हनी ट्रैप: नौकरीपेशा लोगों को जाल में फंसाती थीं लड़कियां, हिमानी की गिरफ्तारी के बाद कई गैंग रडार पर

हनी ट्रैप: नौकरीपेशा लोगों को जाल में फंसाती थीं लड़कियां, हिमानी की गिरफ्तारी के बाद कई गैंग रडार पर

लखनऊ। बरेली में डॉक्टर की मौत और पुलिसकर्मियों समेत कई लोगों को फंसाने के मामले में कई लोकल हनी ट्रैप गिरोह चिह्नित किए जा रहे हैं। जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। सुभाषनगर, बारादरी और कैंट थानों में दर्ज मामलों में एसएसपी के निर्देश पर पुलिस तेजी से साक्ष्य जुटाने में लगी है। सुभाषनगर में डॉक्टर को हनी ट्रैप गैंग ने शिकार बनाकर लूटा था। डॉक्टर ने मुकदमा तो करा दिया पर सदमे से उनकी मौत हो गई थी। इस मामले में सुभाषनगर पुलिस ने बदायूं जिला निवासी हिमानी शर्मा को पुलिस ने गुरुवार को जेल भेज दिया। 

हिमानी ही डॉक्टर को मां के इलाज के बहाने बुलाकर ले गई थी। उसने कहा था कि उसकी मां की हालत बहुत खराब है, अस्पताल ले जाने की स्थिति में नहीं हैं। इस पर डॉक्टर उसके घर पहुंचे थे। आरोप है कि हिमानी ने अपने साथियों की मदद से डॉक्टर के साथ अश्लील हरकतें कर वीडियो बनाई। उन्हें ब्लैकमेल किया था।  

संगठन के कथित नेता की पत्नी है गैंग लीडर

पुलिस ने विवेचना में जो साक्ष्य जुटाए हैं, उनमें एक जातिगत संगठन के कथित नेता की पत्नी गैंग लीडर बताई जा रही है। उसके कब्जे से बीडीए ने एक बार संपत्ति छुड़वाई थी। अब भी बीडीए का एक भवन उसके कब्जे में बताया जा रहा है। लड़कियां सरकारी विभागों के लोगों को फंसाकर लाती थीं। फिर वही महिला फाइनल डील करती थी।

इसी गिरोह की सदस्य बताई जा रही एक युवती के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। पुलिस के एक-दो कर्मचारियों के साथ उसके इस तरह के वीडियो हैं जो आमतौर पर इंटरनेट कॉलिंग करके स्क्रीन रिकार्डिंग करके बनाए जाते हैं। बताया जा रहा है कि इन लोगों से पहले ही वसूली हो चुकी है। 

यह गिरोह पुलिस व अन्य विभागों के लोगों को फंसाकर वीडियो बना लेता था। उनके खिलाफ मामूली शिकायत करके ही मोटी कमाई कर लेता था। बारादरी व कैंट के कुछ मामलों में सीओ तृतीय आशीष प्रताप सिंह जांच कर रहे हैं। सीओ का कहना है कि कड़ियां जोड़कर आरोपियों की स्थिति साफ की जा रही है ताकि दमदारी से कार्रवाई की जा सके।