शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा संबंधी दोष दूर करने के राशि अनुसार उपाय 

चंद्रमा का प्रभाव विभिन्न राशियों पर अलग-अलग पड़ता है। शरद पूर्णिमा के दिन राशि अनुसार उपाय करने से चंद्र संबंधी दोष दूर होते हैं  और बिगड़े काम बनने की संभावना बढ़ती है। राशि अनुसार उपाय इस प्रकार हैं...

शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा संबंधी दोष दूर करने के राशि अनुसार उपाय 

 फीचर्स डेस्क। आश्विन मास की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं। आज पूरे देश में शरद पूर्णिमा मनाया जाएगा। इस दिन ऐसा माना जाता है कि चंद्रमा की किरणें विशेष अमृतमयी गुणों से युक्त रहती हैं, जो कई रोगों को नष्ट कर देती हैं। यही कारण है कि शरद पूर्णिमा की रात को लोग अपने घरों की छतों पर खीर रखते हैं जिससे चंद्रमा की किरणें उस खीर के संपर्क में आती है और उसके बाद उस खीर का सेवन किया जाता है। ऐसी_मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा की किरणों में अमृत बरसता है। ज्योतिष के अनुसार चंद्रमा मन का कारक होता है। चंद्रमा का प्रभाव विभिन्न राशियों पर अलग-अलग पड़ता है। शरद पूर्णिमा के दिन राशि अनुसार उपाय करने से चंद्र संबंधी दोष दूर होते हैं  और बिगड़े काम बनने की संभावना बढ़ती है। राशि अनुसार उपाय इस प्रकार हैं-

मेष राशि

शरद पूर्णिमा पर मेष राशि के लोग कन्याओं को खीर खिलाएं और चावल को दूध में धोकर बहते पानी में बहाएं। ऐसा करने से आपके सारे कष्ट दूर हो सकते हैं।

वृष राशि

इस राशि में चंद्रमा उच्च का होता है। वृष राशि शुक्र की राशि है और राशि स्वामी शुक्र प्रसन्न होने पर भौतिक सुख-सुविधाएं प्रदान करते हैं। शुक्र देवता को प्रसन्न करने के लिए इस राशि के लोग दही और गाय का घी मंदिर में दान करें।

मिथुन राशि

इस राशि का स्वामी बुध, चंद्र के साथ मिल कर आपकी व्यापारिक एवं कार्य क्षेत्र के निर्णयों को प्रभावित करता है। उन्नति के लिए आप दूध और चावल का दान करें तो उत्तम रहेगा।

कर्क राशि

आपके मन का स्वामी चंद्रमा है, जो कि आपका राशि स्वामी भी है। इसलिए आपको तनाव मुक्त और प्रसन्न रहने के लिए मिश्री मिला हुआ दूध मंदिर में दान देना चाहिए।

सिंह राशि

आपका राशि का स्वामी सूर्य है। शरद पूर्णिमा के अवसर पर धन प्राप्ति के लिए मंदिर में गुड़ का दान करें तो आपकी आर्थिक स्थिति में परिवर्तन हो सकता है।

कन्या राशि

इस पवित्र पर्व पर आपको अपनी राशि के अनुसार 3 से 10 वर्ष तक की कन्याओं को भोजन में खीर खिलाना विशेष लाभदाई रहेगा।

तुला राशि

इस राशि पर शुक्र का विशेष प्रभाव होता है। इस राशि के लोग धन और ऐश्वर्य के लिए धर्म स्थानों यानी मंदिरों पर दूध, चावल व शुद्ध घी का दान दें।

वृश्चिक राशि

इस राशि में चंद्रमा नीच का होता है। सुख-शांति और संपन्नता के लिए इस राशि के लोग अपने राशि स्वामी मंगल देव से संबंधित वस्तुओं, कन्याओं को दूध व चांदी का दान दें।

धनु राशि

इस राशि का स्वामी गुरु है। इस समय गुरु उच्च राशि में है और गुरु की नौवीं दृष्टि चंद्रमा पर रहेगी। इसलिए इस राशि वालों को शरद पूर्णिमा के अवसर पर किए गए दान का पूरा फल मिलेगा। चने की दाल पीले कपड़े में रख कर मंदिर में दान दें।

मकर राशि

इस राशि का स्वामी शनि है। गुरु की सातवी दृष्टि आपकी राशि पर है जो कि शुभ है। आप बहते पानी में चावल बहाएं। इस उपाय से आपकी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।

कुंभ राशि

इस राशि के लोगों का राशि स्वामी शनि है। इसलिए इस पर्व पर शनि के उपाय करें तो विशेष लाभ मिलेगा। आप दृष्टिहीनों को भोजन करवाएं।

मीन राशि

शरद पूर्णिमा के अवसर पर आपकी राशि में पूर्ण चंद्रोदय होगा। इसलिए आप सुख, ऐश्वर्य और धन की प्राप्ति के लिए ब्राह्मणों को भोजन करवाएं।

साथ ही धन या लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए यह उपाय अवश्य करें शरद पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति एवं आर्थिक कष्टों से मुक्ति प्राप्ति के लिए पूर्णिमा की रात्रि में अपने घर में घी के 21 दीपक लगाकर  श्रीसूक्त का पाठ 51 बार करें।एक चौकी पर सफेद वस्त्र बिछाकर उस पर चावल से स्वस्तिक बनाएं और उस पर मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित कर 'ॐ महालक्ष्म्यै नम:" मंत्र की 11 माला जाप करें। 

एक चौकी पर लाल कमल स्थापित कर उस पर मां लक्ष्मी की चांदी की प्रतिमा स्थापित करें और कमलगट्टटे की माला से ' ॐ श्रीं " मंत्र की 21 माला जाप करें। पूर्णिमा की रात्रि वैजयंती माला से भगवान विष्णु के मंत्र 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" का जाप करें। पूर्णिमा की रात्रि में विष्णुसहस्रनाम का पाठ करने से समस्त सुखों की प्राप्ति होती।