पैरासिटामोल दवा समेत करीब 800 से अधिक दवाओं की कीमतों में 1 अप्रैल से होने जा रही बढ़ोतरी

पैरासिटामोल दवा समेत करीब 800 से अधिक दवाओं की कीमतों में 1 अप्रैल से होने जा रही बढ़ोतरी

नई दिल्‍ली। देश में पेट्रोल-डीजल, सीएनजी-पीएनजी और एलपीजी के दाम बढ़ने से भोजन-पानी और आना-जाना भारी होने के साथ ही अब बुखार उतारना भी 1 अप्रैल 2022 से महंगा हो जाएगा। इसका कारण यह है कि केंद्र की मोदी सरकार एक अप्रैल से बुखार उतारने की जानी-मानी आम प्रचलित दवा पैरासिटामोल समेत करीब 800 से अधिक आवश्यक दवाओं की कीमतों में बढ़ोतरी करने जा रही है। मीडिया की रिपोर्ट्स की मानें तो इन दवाओं की कीमतों में कम से कम 10। 7 फीसदी तक इजाफा किया जाएगा।

मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार की ओर से पैरासिटामोल समेत जिन 800 से अधिक आवश्यक दवाओं की कीमतों में बढ़ोतरी की जाएगी, उनमें बुखार, हृदय रोग, हाई ब्‍लड प्रेशर, त्‍वचा रोग और एनीमिया के उपचार में इस्‍तेमाल होने वाली दवाएं भी शामिल हैं। अगले महीने से से पेनकिलर और एंटी बायोटिक जैसे पैरासिटामॉल फिनाइटोइन सोडियम, मेट्रोनिडाजोल जैसी जरूरी दवाएं महंगी मिलने लगेंगी।

कम से कम 107 फीसदी बढ़ेंगे दाम

रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्र की मोदी सरकार की ओर से अनुसूचित दवाओं की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर मंजूरी दे दी गई है। नेशनल फार्मा प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) के अनुसार, देश में थोक महंगाई दर के आधार पर दवाओं के दाम में बढ़ोतरी करने का फैसला किया गया है।  बताया यह भी जा रहा है कि देश में कोरोना महामारी आने के बाद ही फार्मा इंडस्ट्री की ओर से दवाओं के दाम में बढ़ोतरी करने की मांग की जा रही थी। सरकार के फैसले के बाद दवाओं की कीमतों में कम से कम 10. 7 फीसदी बढ़ोतरी की जा सकती है।