महात्मा गांधी जी पूरे वैश्विक समाज को सत्य, अहिंसा और नेकी की राह दिखाते हैं : केजरीवाल

महात्मा गांधी जी पूरे वैश्विक समाज को सत्य, अहिंसा और नेकी की राह दिखाते हैं : केजरीवाल

नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज यहाँ विधानसभा परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनके जन्मदिन पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धाजलि अर्पित की। केजरीवाल ने विधानसभा परिसर में आयोजित एक प्रार्थना सभा में भी शामिल हुए। साथ ही उन्होंने जलियावाला बाग कांड से संबंधित लगाई गई विशालकाय पेंटिंग का अनावरण भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘महात्मा गांधी जी के विचार न केवल भारत, बल्कि पूरे वैश्विक समाज को सत्य, अहिंसा और नेकी की राह दिखाते हैं। वहीं, शास्त्री जी का सादा जीवन, ईमानदारी और कुशल नेतृत्व हर पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी हैं, जबकि जलियावाला बाग कांड हमें याद दिलाता रहता है कि कैसे हमारे पूर्वजों ने अपनी जान की बाजी लगाकर अंग्रेजों से हमें आजादी दिलाई। हमारी सरकार अपने इन महान हस्तियों के बताए हुए रास्ते पर आगे चलने की पूरी कोशिश कर रही है।"

प्रार्थना सभा में श्री केजरीवाल, विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल और विधानसभा उपाध्यक्ष राखी बिड़लान समेत कई विधायकों ने हिस्सा लिया। प्रार्थना सभा में सभी ने दिल्ली और देशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राजघाट पहुंचे और वहां पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद मुख्यमंत्री विजय घाट भी गए और वहां पर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।

श्री केजरीवाल ने कहा कि आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री का जन्म दिवस है। इन दोनों महान हस्तियों ने हमारे देश के लिए बहुत कुछ किया। महात्मा गांधी ने एक तरह से अपना पूरा जीवन देश के लिए समर्पित कर दिया। वहीं श्री लाल बहादुर शास्त्री की सादगी और उनकी ईमानदारी बहुत चर्चित है। मैं उम्मीद करता हूं कि हम लोग इन महान हस्तियों के बताए हुए रास्ते पर चलकर आगे बढ़ेंगे। हमारी सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि उनके बताए रास्ते पर हम आगे चलें। दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने कहा कि दिल्ली में देशभक्ति पाठ्यक्रम एक अक्टूबर से आरम्भ हुआ है। विधानसभा ने 2016 में जब परिसर में शहीद-ए-आजम भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की प्रतिमा लगाई थी, तभी से यहां देशभक्ति का पाठ्यक्रम शुरू हो गया था।