अगर भाग्य आप से रूठा हुआ है तो ये छोटे से आसान उपाय करें और चमत्कार देखे !

आप अपना भविष्यफल पता कर सकते और अपने जीवन में आ रही कठिनाइयों को दूर कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको अपने पीड़ित ग्रह और उसके भाव को पता करना होगा।  उदाहरण के लिए अगर किसी जातक...

   अगर भाग्य आप से रूठा हुआ है तो ये छोटे से आसान उपाय करें और चमत्कार देखे !

फीचर्स डेस्क। ज्योतिष में ग्रहों और उनके भावों के आधार पर की गई गणना के अनुसार उनसे होने वाली पीड़ा से बचने के कुछ उपाय बताए गए हैं। ज्योतिष के उपाय जातक की कुंडली के अनुसार ही बताए जा सकते हैं अन्यथा यह उपाय दुष्परिणाम भी दे सकते हैं। यदि आपके पास अपनी कुंडली है तो आप अपना भविष्यफल पता कर सकते और अपने जीवन में आ रही कठिनाइयों को दूर कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको अपने पीड़ित ग्रह और उसके भाव को पता करना होगा।  उदाहरण के लिए अगर किसी जातक का सूर्य ग्रह चौथे भाव में है और अशुभ फल दे रहा है तो वह लालच वश अंधा हो रहा हो जुएं,शराब या किसी अन्य चीज के कारण अपना घर तक गंवा सकता है। ऐसे जातको को सूर्य ग्रह को शांत करने के उपाय करने चाहिए। इसी तरह अन्य ग्रहों और उनके भावों के आधार पर ज्योतिष में उपाय बताए गए हैं।  उपाय पुस्तिका में बहुत ही सरल, सस्ते और सटीक उपाय बताए गए हैं, जैसे कि कभी आपको लगता है कि मेरा भाग्य मुझसे रूठा हुआ है जिसके कारण नौकरी, काम या कारोबार,धन के लेन-देन में समस्या आ रही है तो ये छोटे से आसान उपाय करें और चमत्कार देखे...

 1. सबसे पहले आप ताले की किसी दुकान पर शुक्रवार को जाएं और एक स्टील या लोहे का ताला खरीद लें। किन्तु ध्यान रखें ताला बंद होना चाहिए खुला ताला नहीं खरीदना हे। ताला खरीदते समय न तो आप खोले और नाही दुकानदार को खोलने दें। ताला सही है या नहीं यह जांचने के लिए भी न खोलें। बस बंद ताले को खरीदकर ले आएं। उसे ताले को एक डिब्बे में रखें और शुक्रवार की रात को ही अपने सोने वाले कमरे में बिस्तर के पास रख लें।  शनिवार की सुबह उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर चाबी के साथ ताले को बिना खोले किसी मंदिर या देवस्थान पर रख दें। ताले को रखकर बिना कुछ बोले ही आ जायें और मुड कर ना देखे जब तक की अपने घर ना आ जाए। आप अपने मन में पूर्ण विश्वास और श्रद्धा के साथ ये उपाय करें जैसे ही कोई उस ताले को खोलेगा आपकी किस्मत का ताला भी खुल जाएगा। यह जाना-माना प्रयोग है अपने भाग्य को चमकाने के लिए इसका अवश्य प्रयोग करें।

 2. सरसों के तेल में सिके गेहूं के आटे व पुराने गुड़ से तैयार सात पूए, सात मदार (आक) के पुष्प, सिंदूर, आटे से तैयार सरसों के तेल का रूई की बत्ती से जलता दीपक, पत्तल या अरंडी के पत्ते पर रखकर शनिवार की रात को किसी चौराहे पर रखें और कहें - 'हे मेरे दुर्भाग्य तुझे यहीं छोड़े जा रहा हूं कृपा करके मेरा पीछा ना करना।' सामग्री रखकर पीछे पलटकर न देखें। विवाह हो या व्यापार, परीक्षा हो या प्यार हर काम में आपका भाग्य तेजी से आपका साथ देने लगेगा।

3. कईयों बार घर में मकड़ी का जाला देखकर सबसे पहले आपके मन में क्या आता है। आप सोचते होंगे कि, कितना गंदा लग रहा है इसे अभी हटा दूँ। उपाय पुस्तिका में उपाय है कि घर में मकड़ी का जाला नहीं होना चाहिए इससे नकारात्मक उर्जा का संचार होता है। इससे जीवन में कई प्रकार की उलझनें आने लगती हैं। लेकिन एक मान्यता यह भी है कि मकड़ी का जाला आपके बंद भाग्य को भी खोल सकता है। लेकिन कब? ये तब किया जाये जब कि मकड़ी के जाले में आपको अपने हस्ताक्षर या नाम की आकृति दिख जाए। तो उस मकड़ी के जले को किसी पुरनी रद्दी वाली पुस्तक में सम्हाल कर रख ले। मान्यता है कि मकड़ी के जाले में इस तरह के चिन्ह का दिखना शुभ संकेत होता है। इससे भविष्य में आने वाले दिनों में कोई बड़ा लाभ या शुभ समाचार प्राप्त होता है। तो इस बार दीपावली के अवसर पर घर की साफ-सफाई करते समय मकड़ी के जाले को हटाते हुये एक बार अपनी नजर मकड़ी के जाले की आकृति पर भी डालें। क्या पता इस बार सफाई करते हुये आपको कोई बड़ा लाभ मिल जाए।

4. किसी गरीब, असहाय, रोगी व किन्नरों की सहायता दान स्वरूप अवश्य करें। यदि संभव हो तो किन्नरों को दिए पैसे में से एक सिक्का वापस लेकर अपने कैश बॉक्स या लॉकर में रखें। इससे बहुत लाभ होगा।

 5. काली हल्दी की एक गांठ शुभ मुहूर्त में प्राप्त कर अपने घर में, व्यवसायी अपने कैश बॉक्स में तथा व्यापारी अपने गल्ले में रखें।

6. रवि पुष्य नक्षत्र के शुभ मुहूर्त में बहेड़े की जड़ या एक पत्ता तथा शंखपुष्पी की जड़ लाकर घर में रखें। और यदि चांदी की डिब्बी में रखें तो और भी शुभ रहेगा।

7. बरगद(बड़) के पत्ते को गुरु पुष्य या रवि पुष्य योग में लाकर उस पर हल्दी से स्वस्तिक बनाकर घर में रखें तो धन की हानि होने से बचायगा।

8. घर के मुख्य द्वार के ऊपर भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा अथवा चित्र इस प्रकार लगाएं कि उनका एक मुख घर के अंदर की ओर रहे और दूसरा मुख घर के बहार की और उस पर सुबह दूर्वा अवश्य अर्पित करें।

9. शनि की कुदृष्टि से मुक्ति पाने के लिए चार शनिवार को उड़द की दाल के वड़े बनाकर सात शनिवार को अपने सर से तीन बार उलटा घुमाकर कौओं को खिला दे।

10. शनि देव के कोप से बचने के लिए आप आठ नंबर वाला चमड़े का जूता आठ बार “ॐ सूर्यपुत्राय नम:” कहकर शनि का दान मांगने वाले को दान कर दें।

 इनपुट सोर्स : ज्योतिषाचार्य एवं हस्तरेखार्विंद विनोद सोनी, भोपाल सिटी।