भाजपा ने किया बड़ा खेल : भाजपा ने पंजाब को दिया बड़ा संदेश, कांग्रेस से आए तीन नेताओं को दी बड़ी जिम्मेदारी

भाजपा ने किया बड़ा खेल : भाजपा ने पंजाब को दिया बड़ा संदेश, कांग्रेस से आए तीन नेताओं को दी बड़ी जिम्मेदारी

नई दिल्ली। साल 2022 का आखिरी महीना दिसंबर चल रहा है। लोकसभा चुनाव में अब 15 महीनों का ही समय बचा है। ऐसे में भाजपा ने आगामी चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। साल 2023 में राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक समेत कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। साल 2024 में लोकसभा चुनाव भी होंगे। ऐसे में पंजाब में भाजपा अपना विस्तार करना चाहती है और 13 लोकसभा सीटों में से ज्यादा से ज्यादा सीटें अपनी झोली में डालने का प्रयास करेगी। इसके लिए पार्टी ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है।

कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल नेताओं को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी

भाजपा ने शुक्रवार को पंजाब से आने वाले कई बड़े नेताओं को अहम जिम्मेदारी सौंपी है। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सुनील जाखड़, पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह दी है। पार्टी में शामिल हुए जयवीर शेरगिल को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया है। इसके अलावा एस राणा गुरुमीत सिंह सोढ़ी, मनोरंजन कालिया और अमनजोत कौर रामूवालिया को राष्ट्रीय कार्यसमिति में विशेष तौर पर आमंत्रित किया है। बताते चलें कि भाजपा को 2019 के चुनाव में 2 सीटों पर ही जीत मिली थी।

कैप्टन अमरिंदर हुए बागी

पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाया। इस दौरान पंजाब कांग्रेस के अंदर की कलह खुलकर सामने आ गई थी। पंजाब कांग्रेस के तत्कालीन प्रधान (अध्यक्ष) नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच की खींचतान से दिल्ली में बैठा आलाकमान परेशान हो गया था। कैप्टन और सिद्धू के साथ कांग्रेस हाईकमान ने कई बैठकें कीं। न तो कैप्टन पीछे हटने को राजी थे और न ही नवजोत सिंह सिद्धू। कैप्टन नहीं चाहते थे कि सिद्धू पंजाब के मुख्यमंत्री बनें। अंततः करीब तीन महीनों की लंबी खींचतान के बाद कांग्रेस ने कैप्टन को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया और चरणजीत सिंह चन्नी को ये जिम्मेदारी सौंपी गई। कैप्टन ने कांग्रेस से नाता तोड़कर नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी का गठन किया। विधानसभा चुनाव में कैप्टन ने भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी।

भाजपा ने किया बड़ा खेल

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद अब कई नेता बागी हो चुके थे। पूर्व कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ समेत कई नेता नवजोत सिंह सिद्धू से नाराज थे और उन्होंने कांग्रेस से बगावत करने का फैसला किया। इधर, कैप्टन दिल्ली में अमित शाह से मिलकर पंजाब को लेकर नई रणनीति बना रहे थे। इसी साल सितंबर में कैप्टन ने अपनी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस का विलय भाजपा में कर लिया। इसी साल मई में सुनील जाखड़ भी भाजपा में शामिल हो गए। जाखड़ के अलावा कई और बड़े नेताओं ने कांग्रेस से नाता तोड़ लिया। अगस्त में जयवीर शेरगिल ने कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और दिसंबर मे भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा ने उन्हें राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया है।