नीरज चोपड़ा ने फिर रचा इतिहास, 13 साल में पहली बार किसी भारतीय को मिला ये खिताब

नीरज चोपड़ा ने फिर रचा इतिहास, 13 साल में पहली बार किसी भारतीय को मिला ये खिताब

स्पोर्ट्स डेस्क। टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचने के बाद भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। एक के बाद एक नई उपलब्धियां 24 वर्षीय नीरज के कदमों को चूम रही हैं। बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में चोट के कारण हिस्सा नहीं ले पाए थे लेकिन चोट के बाद उन्होंने दमदार वापसी की और ज्यूरिख में डायमंड लीग फाइनल्स का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। 2010 में शुरू हुए इस लीग के 13वें एडिशन में नीरज ऐसा करने वाले पहले भारतीय एथलीट भी बने।

इससे पहले भी नीरज चोपड़ा 2017 और 2018 में भी इस लीग के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में सफल हुए थे। लेकिन वहां उन्हें खिताब नहीं मिला था और वह क्रमशः सातवें और चौथे स्थान पर रहे थे। लेकिन दो विफलताओं से उन्होंने सीखा और अब 2022 में वह इस लीग के चैंपियन बन गए हैं। उन्होंने 88.44 मीटर की सर्वश्रेष्ठ दूरी पर भाला फेंककर ज्यूरिख में भारत के लिए इतिहास रच दिया। 

खराब शुरुआत के बाद नीरज की दमदार वापसी

डायमंड लीग फाइनल्स में नीरज चोपड़ा की शुरुआत अच्छी नहीं थी और उनका पहला थ्रो फाउल हो गया था। इसके बाद दूसरे राउंड में उन्होंने 88.44 मीटर की दूसरी पर भाला फेंक कर बढ़त बना ली। अंत तक यह ही उनका बेस्ट थ्रो रहा। इसके बाद तीसरे राउंड में भारतीय एथलीट ने 88.00 मीटर, चौथे में 86.11 मीटर, पांचवें में 87.00 मीटर और छठे में प्रयास में 83.60 मीटर की दूरी पर थ्रो किया। अंत में अपने दूसरे प्रयास की बढ़त के साथ नीरज चोपड़ा विजेता बने।