कागजों में दौड़ी एंबुलेंस, 4815 मरीजों को पहुंचाया अस्पताल ...फिर ऐसे खुली पोल

कागजों में दौड़ी एंबुलेंस, 4815 मरीजों को पहुंचाया अस्पताल ...फिर ऐसे खुली पोल

संत कबीर नगर। जिले में बीते फरवरी, मार्च और अप्रैल महीने में एंबुलेंस कागजों में खूब दौड़ी हैं। 108 और 102 नंबरों की एंबुलेंस को संचालित करने वाली संस्था ने 4,815 मरीजों को फर्जी तरीके से अस्पताल में भर्ती भी करा दिया। शासन से भुगतान लेने का दावा भी कर दिया। शक होने पर जांच हुई तो सच सामने आया। सीएमओ ने शासन को पत्र लिखकर एंबुलेंस का संचालन करने वाली संस्था के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की है। 

जिले में कुल 43 एंबुलेंस संचालित की जाती हैं। इनमें 108 नंबर की 22 और 102 नंबर की 21 एंबुलेंस हैं। 108 नंबर की एंबुलेंस से मरीजों को घटनास्थल से अस्पताल तक पहुंचाया जाता है। गर्भवती महिलाओं को लाने ले जाने का कार्य 102 नंबर की एंबुलेंस करती है।

बीते फरवरी, मार्च और अप्रैल माह में शासन को एंबुलेंस संचालित करने वाली संस्था ने रिपोर्ट दी कि तीन माह में कुल 16,550 मरीजों को अस्पताल पहुंचाया गया है। इनमें 108 नंबर की एंबुलेंस से 5,205 मरीजों को अस्पताल पहुंचाया गया। 102 नंबर की एंबुलेंस से 11,345 मरीजों को अस्पताल पहुंचाया और घर लाया गया। भुगतान के लिए बिल शासन को भेज दिया। शासन ने मरीजों की संख्या को देखते हुए सत्यापन कराने के निर्देश सीएमओ को दिया। 

 सीएमओ ने तीन माह का सत्यापन कराया। सभी सीएचसी व पीएचसी से मरीजों का रिकॉर्ड मंगाया। जांच में पता चला कि फरवरी, मार्च और अप्रैल माह में 108 नंबर की एंबुलेंस में 5,205 मरीजों के स्थान पर 3,279 मरीजों को अस्पताल पहुंचाया गया है। यानी 1,926 मरीजों को फर्जी दर्शा गया है। इसी तरह 102 नंबर की एंबुलेंस में 11,345 मरीजों को दिखाया है। जांच में 8,456 मरीजों को अस्पताल पहुंचाने का मामला सामने आया। यहां भी 2,889 मरीजों को फर्जी दर्शाया गया है। सीएमओ ने जांच रिपोर्ट स्वास्थ्य महानिदेशालय को भेज दी है। एंबुलेंस संचालित करने वाली संस्था पर कार्रवाई की संस्तुति की है। 

शासन के निर्देश पर फरवरी, मार्च और अप्रैल माह में एंबुलेंस से मरीजों को अस्पताल पहुंचाने की जांच की गई है। जांच में पता चला कि 4,815 मरीज फर्जी दिखाए गए हैं। जांच रिपोर्ट स्वास्थ्य महानिदेशक को भेज दी गई है। संस्था पर कार्रवाई की संस्तुति की गई है।

- डॉ. अनिरुद्ध सिंह, सीएमओ