Varanasi : डॉ मनोज तिवारी को विश्व पुस्तक मेला दिल्ली में किया गया सम्मानित

Varanasi : डॉ मनोज तिवारी को विश्व पुस्तक मेला दिल्ली में किया गया सम्मानित

वाराणसी सिटी। प्रगति मैदान, नई दिल्ली में आयोजित विश्व पुस्तक मेला में वाराणसी के प्रसिद्ध लेखक, शिक्षाविद एवं मनोवैज्ञानिक डॉ मनोज कुमार तिवारी, वरिष्ठ परामर्शदाता, एआरटी सेंटर, एसएस हॉस्पिटल, आईएमएस, बीएचयू को उत्कृष्ट लेखन व शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए रिनेवा इंटरनेशनल पब्लिकेशन्स, नई दिल्ली द्वारा स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र व प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ मनोज तिवारी द्वारा लिखित पुस्तक "शिक्षा मनोविज्ञान" का विमोचन हुआ। विदित हो पूर्व में डॉ तिवारी द्वारा बाल विकास एवं अधिगम, मनोविज्ञान: शैक्षिक मूल्यांकन व प्रबंधन, एचआईवी/ एड्स: दशा व दिशा, मनोविज्ञान व शिक्षण ( दो संस्करण), बाल मनोविज्ञान व शिक्षाशास्त्र, बाल मनोविज्ञान: शिक्षण व जीवन कौशल, मानव बृध्दि व विकास, दिव्यांगता: समग्र उपागम सहित अनेक पुस्तकों की रचना करने के साथ अनेक पुस्तकों में अध्याय भी लिखा गया है।

डॉ मनोज तिवारी द्वारा लिखी गई पुस्तकें विशेष शिक्षा, मनोविज्ञान एवं विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हिंदी भाषी क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए अत्यंत सहायक होती हैं। डॉ मनोज सतत् रूप से पत्रिकाओं व समाचार पत्रों में समसमायिक विषयों पर लेख राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर लिखते रहतें हैं। लेखन के साथ ही डॉ तिवारी की शिक्षण, प्रशिक्षण, परामर्श, मनोवैज्ञानिक परीक्षण, मनोचिकित्सा, समाज सेवा में गहरी रुचि है, आप व्दारा आरपीएफ, एनडीआरएफ, उ.प्र. पुलिस व पीएसी बल, दिव्यांगजनों, बन्दीजनों, छात्रों, गरीबों को निशुल्क मनोवैज्ञानिक सेवाएं प्रदान की जाती है। इस अवसर पर मृदुल अवस्थी, अनिल उपाध्याय, मनीष सिंह, डॉ मुकेश श्रीवास्तव, पवन कुशवाहा, महेंद्र मिश्रा, राजेश उपाध्याय, मनीष पांडेय सहित देशभर से अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने डॉ तिवारी को अपने शुभकामना प्रेषित किया है।

समारोह में रिनोवा इंटरनेशनल पब्लिकेशन्स, नई दिल्ली के निदेशक स्वदेश राँय, मुख्य अतिथि के रूप में के बी सिम्बा राव पूर्व निदेशक, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, भारत सरकार एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में टी डी धारियल पूर्व निदेशक, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग दिल्ली सरकार, डॉ जेपी सिंह, रेनु मालवीय, डॉ जयंती पुजारी सहित देशभर 500 से अधिक प्रोफेशनल उपस्थिति रहें।