नीतीश कुमार ने मांगी माफी, सदन में भाजपा का हंगामा

शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भी विधानसभा में हंगामा जमकर हंगामा हुआ। भाजपा नेताओं ने दोनों सदन में हंगामा किया। इसी बीच सीएम नीतीश कुमार ने अपने बयान पर माफी मांगी...

नीतीश कुमार ने मांगी माफी, सदन में भाजपा का हंगामा

पटना। विधानसभा की कार्यवाही भोजनावकाश के बाद फिर से शुरू हुई। नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने विधानसभा अध्यक्ष पर आरोप लगाया कि आप सत्ता पक्ष की ओर एक तरफा कार्यवाही करते हैं। हम आसन का सम्मान करते हैं। विजय सिन्हा ने पूछा कि क्या लोकतंत्र के मंदिर में सेक्स एजुकेशन शब्द का इस्तेमाल करना उचित है। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को माफी मांगना चाहिए। स्पीकर ने कहा कि विपक्ष अपना काम करना चाहता है कि लेकिन नेता प्रतिपक्ष उन्हें काम नहीं करने देते हैं। नेता प्रतिपक्ष सदस्यों को ऐसे-ऐसे करते रहते हैं। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि आपके और नेता प्रतिपक्ष के पहले मैं भी आसन पर पांच साल रह चुका हूं। मेरी मांग है कि नेता प्रतिपक्ष ने जो आसन पर आक्षेप लगाया है उसे कार्यवाही से बाहर निकाल दिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री जब कल बोल रहे थे जब नेता प्रतिपक्ष और भाजपा को खराब नहीं लगा था। रात में जब दिल्ली से डांट पड़ी तो इनको खराब लगा। आज दिल्ली के आदेश पर काम कर रहे हैं। भाजपा विधायक फिर से हंगामा करते रहे। हंगामा बढ़ते देख शाम 4:50 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

विधानसभा के बाद विधान परिषद में भी भाजपा ने जमकर प्रदर्शन किया। विरोध के बीच में सदन में बोलते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि अगर इस तरह की बात से किसी को ठेस पहुंचा है तो मैं अपनी बात को वापस लेता हूं। हम तो अपनी बात पर शर्म प्रकट कर रहे हैं। मैंने तो विधानसभा में भी कह दिया। हमलोग तो महिला के हित में काम करते आए हैं। महिला को कितना ज्यादा शिक्षा मिला है। महिलाओं को शिक्षा के चलते किस तरह आबादी घट रही है। और अगर हमसे कोई गलती शब्द निकल गया तो मैं इसके लिए माफी मांगता हूं। भाजपा के हंगामे पर झल्लाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह लोग जो अंड-बंड बोल रहा है। हमको तो लगता है कि इसको कहा गया है कि इतना काम हो रहा है कि बिहार में इसका विरोध करो। इसकी निंदा करो और इसके खिलाफ काम करो। इसलिए यह लोग ऐसा कर रहा है। मैंने तो पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि मेरा उद्देश्य किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था। मेरे मुंह से अगर असभ्य बात निकली तो मैं फिर से माफी मांगता हूं। इसके बाद भाजपा के हंगामे को देखते हुए विधानपरिषद की कार्यवाही दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।