संस्कृत महाविद्यालय की जगह संचालित हो रहा गेस्ट हाउस : कुलपति प्रो. त्रिपाठी

संस्कृत महाविद्यालय की जगह संचालित हो रहा गेस्ट हाउस : कुलपति प्रो. त्रिपाठी

वाराणसी सिटी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हरेराम त्रिपाठी ने बुधवार को संस्कृत बचाओ मिशन के अंतर्गत शहर के दो संस्कृत महाविद्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान एक का भवन जर्जर और दूसरे महाविद्यालय के स्थान पर गेस्ट हाउस संचालित पाया गया। निरीक्षण में कुलपति ने बताया कि रामानुज संस्कृत महाविद्यालय, मिश्र पोखरा के खंडहर युक्त जीर्ण-शीर्ण भवन में एक अध्यापक और चार छात्र मिले। जबकि यहां 127 छात्र पंजीकृत हैं। प्राचार्य एवं अन्य अध्यापक मौके पर नहीं मिले। यूजीसी के द्वारा उक्त महाविद्यालय के भवन के पुनरोद्धार के लिये 90 लाख रुपए दिये गये थे, बिना कार्य कराये यूजीसी को यूटिलाईजेशन प्रमाण पत्र प्रेषित कर दिया गया।

वहीं गोदौलिया के मायानंदगिरी संस्कृत महाविद्यालय, लक्ष्मणपुर, पितांबरीमठ के निरीक्षण के दौरान महाविद्यालय की जगह ‘माया गेस्ट हाउस’ होटल संचालित मिला, महाविद्यालय एक कोने में दो कमरों पाया गया, जिसकी साफ-सफाई नहीं की गई थी। मौके पर एक भी विद्यार्थी एवं अध्यापक नहीं मिले। कुलपति प्रो हरेराम त्रिपाठी ने बताया कि इन दोनों महाविद्यालयों के खिलाफ विधिकरूप से नियमानुसार कार्यवाही किया जायेगा। शीघ्र ही यहां से एक समिति का गठन कर इस तरह के महाविद्यालयों का धरातल से भौतिक सत्यापन कर वस्तुस्थिति की जांच की जायेगी। तब जाकर महाविद्यालय के भवन, अध्यापक, छात्र आदि के बारे में पता चलेगा।

कुलपति प्रो. त्रिपाठी ने बताया कि प्रदेश के सभी संस्कृत महाविद्यालयों का भौतिक रूप से निरीक्षण किया जायेगा। संस्कृत संरक्षण के  ऊद्देश्य से संबद्ध सभी संस्कृत महाविद्यालयों के धरातल की जांच की जायेगी, इसके लिये विश्वविद्यालय स्तर से कमेटी का गठन कर जगह-जगह भेजा जाएगा। जिसके रिपोर्ट को गंभीरता से लिया जायेगा।