अखिलेश यादव बोले : सपा के लिए मध्यप्रदेश में बड़ी संभावना, आदिवासी घर में किया भोजन

अखिलेश यादव ने खजुराहो में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि समाजवादी पार्टी का संगठन जिन क्षेत्रों में मजबूत है और जहां पर हमारे प्रत्याशी जीतने की स्थिति में हैं, वहां पर चुनाव लड़ेंगे। पिछले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी एक सीट जीती ...

अखिलेश यादव बोले : सपा के लिए मध्यप्रदेश में बड़ी संभावना,  आदिवासी घर में किया भोजन

भोपाल/खजुराहो । दो दिवसीय दौरे पर मध्यप्रदेश गए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में परिवर्तन निश्चित है। समाजवादी पार्टी का लक्ष्य मध्य प्रदेश में भाजपा को हराना है। मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या से समाजवादी नेता निकले हैं। यहां बड़ी गुंजाइश है। समाजवादी विचारधारा का भविष्य बड़ा और अच्छा है। अखिलेश ने इस दौरान मध्य प्रदेश के राजनगर क्षेत्र में स्थित सिंगरो गांव में एक आदिवासी के आवास पर भोजन किया। घर की महिलाओं ने स्वागत कर उन्हें भोजन कराया।

अखिलेश यादव ने खजुराहो में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि समाजवादी पार्टी का संगठन जिन क्षेत्रों में मजबूत है और जहां पर हमारे प्रत्याशी जीतने की स्थिति में हैं, वहां पर चुनाव लड़ेंगे। पिछले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी एक सीट जीती और कई स्थानों पर बहुत मजबूती से चुनाव लड़ी।

सपा प्रमुख ने कहा कि समाजवादी पार्टी इंडिया गठबंधन के साथ है। हम (पीडीए) पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों को एकजुट करके भाजपा को हराने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। दावा किया कि केंद्र में 2024 में इंडिया गठबंधन की सरकार बनना तय है। मध्य प्रदेश में भी भाजपा को हराने और सत्ता परिवर्तन में समाजवादियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सरकार में आने का मौका मिला तो मध्य प्रदेश में माता बहनों को हर महीने छह हजार देकर उनकी मदद करेंगे। आदिवासियों को उनका हक और सम्मान दिलाएंगे और घर बनाने के लिए लाख रुपये दिए जाएंगे।

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा पिछले 20 वर्षों से मध्य प्रदेश की सत्ता पर काबिज है लेकिन उसने पिछड़ों को पूरा आरक्षण नहीं दिया। महिलाओं, बहन, बेटियों के साथ बहुत ज्यादा अन्याय और अत्याचार हो रहा है। भाजपा शासित राज्य उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश महिला अपराधों के मामले में देश में सबसे ऊपर हैं। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों की विधानसभाओं के चुनाव में महिलाओं को 33 प्रतिशत सीटों पर टिकट क्यों नहीं दे रही है?