जीभ की सफाई का पेट की सेहत से क्या कनेक्शन है? पढ़ें पूरा आर्टिकल

जीभ की सफाई का पेट की सेहत से क्या कनेक्शन है? पढ़ें पूरा आर्टिकल

हेल्थ डेस्क। हम सभी सुबह दांतों को तो ब्रश करते हैं, लेकिन अपनी जीभ को कभी-कभी ही साफ करते हैं। जबकि जीभ की रोजाना सफाई करना भी  महत्वपूर्ण हैं। क्योंकि जीभ का हमारे पेट के स्वास्थ्य से बहुत गहरा संबंध होता है। अक्सर हम देखते हैं कि हमारी जीभ पर सफेद, पीली या गहरी हरी, काली या भूरे रंग की परत देखने को मिलती है। यह दर्शाता है कि हमारे शरीर में विषाक्तता का स्तर काफी बढ़ गया है। सफेद जीभ दर्शाती है कि आपके शरीर में कफ अंसुतिलित हो गया है, पीली-रही जीभ दर्शाती है कि शरीर में पित्त दोष का संतुलन बिगड़ गया है। वहीं, काली या भूरे रंग की जीभ वात दोष के असंतुलन को दर्शाती है। इसके अलावा जीभ पर पीले रंग की परत रक्त धातु की ओर संकेत करती है।

पेट को स्वस्थ रखने के लिए शरीर में इन सभी दोषों के संतुलन को बनाए रखना जरूरी है।  इसके अलावा आप जब कुछ भी खाते या पीते हैं, तो आपकी जीभ पर मौजूद गंदगी, हानिकारक बैक्टीरिया और टॉक्सिन्स सीधे आपके पेट में प्रवेश कर जाते हैं, और गट हेल्थ को प्रभावित करते हैं। इसलिए आयुर्वेद यह सुझाव देता है कि हमें अपनी जीभ की सफाई रोजाना करनी चाहिए। डायटीशियन मनप्रीत की मानें तो जीभ को साफ करना पेट को स्वस्थ रखने में भी कई तरह से महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं।

डाइजेशन में सुधार होता है

जब आप जीभ की सफाई करते हैं, जिससे जीभ पर जमा हुए श्लेष्म को हटाने में मदद मिलती है, जो रिसेप्टर्स को ब्लॉक कर सकता है। ये हानिकारक बैक्टीरिया जब आपके पेट में जाते हैं तो आपके आंतों के स्वास्थ्य और पाचन को भी प्रभावित करते हैं।

सांसों की बदबू दूर होती है

इससे मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को साफ करने में मदद मिलती है और वे आपके मुंह से पेट में प्रवेश नहीं करते हैं।  यह आपके मुंह को स्वस्थ रखने और दांतों में कीड़ा लगने से भी बचाता है। साथ ही सांसों की बदबू दूर भगाता है।

यह इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है

जीभ साफ करने से हानिकारक बैक्टीरिया, टॉक्सिन्स को जमा होने से रोकने में मदद मिलती है, जो कि आपके पेट में जाकर इम्यून सिस्टम को कमजोर करते हैं।

अंगों के कार्य में सुधार करता है

हमारी जीभ में कई एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स होते हैं। जब आप जीभ की सफाई करते हैं, तो यह अंगों को एक्टिवेट करता है और फंक्शन में सुधार करता है।

टेस्ट बड्स में सुधार करता है

जब आपकी जीभ पर मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया और टॉक्सिन्स की परत साफ हो जाती है, तो हमारे टेस्ट बड्स बेहतर और प्राकृतिक रूप से कार्य करने में सक्षम होते हैं।