कुण्डली में ख़राब स्थिति या अशुभ बुध हो तो करें ये उपाय

आज हम आपको कमजोर या खराब स्थिति में बैठे बुध ग्रह के नकारात्मक प्रभाव से कैसे बचा जा सकता है, इससे जुड़े कुछ उपाय बताने जा रहे हैं...

कुण्डली में ख़राब स्थिति या अशुभ बुध हो तो करें ये उपाय

फीचर्स डेस्क। ज्योतिषशास्त्र पूर्णत: हमारी आस्था से जुड़ा विषय है। यह सच है कि यह एक ऐसी विद्या है जिसके पास इंसानी जीवन की हर समस्या का समाधान उपलब्ध है। लेकिन सीधी और खरी बात यह है कि जो व्यक्ति ज्योतिष पर वाकई विश्वास और आस्था रखता है, समाधान भी उसी के जीवन पर रंग लाते हैं। जन्म के समय में स्थित नक्षत्र, ग्रहों की स्थिति और गोचर के आधार पर ही व्यक्ति की जन्म कुंडली निर्धारित होती है, जिसके आधार पर वह अपना जीवन व्यतीत करता है। जन्म कुंडली के ग्रह आपके जीवन का मार्गदर्शन करते हैं, अगर ग्रह सही स्थिति में नहीं हैं तो खराब फल देते हैं और अच्छी स्थिति में हैं तो शुभ फल प्रदान करेंगे। ज्योतिषशास्त्र के अंतर्गत वो उपाय भी उपस्थित हैं जो अशुभ स्थिति में बैठे ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव से मुक्त करा सकते हैं। आज हम आपको कमजोर या खराब स्थिति में बैठे बुध ग्रह के नकारात्मक प्रभाव से कैसे बचा जा सकता है, इससे जुड़े कुछ उपाय बताने जा रहे हैं। कुंडली में अगर बुध नीच स्थान पर है और यदि बुध ग्रह के कारण आपके जीवन में कुछ उथल-पुथल हो रही है तो आप निम्न उपाय या टोटके अपना कर अपना भाग्य सुधार सकते हैं |

 कुंडली के बुध प्रथम भाव में ख़राब बुध

नीच का अर्थार्त शुभ फल देने वाला ना हो तो हरे रंग के वस्त्र व मांस-मदिरा से दूर रहना चाहिए।

दूसरे भाव में ख़राब बुध

बुध ग्रह के उत्तम फल पाने के लिए मांस-मदिरा से परहेज करना चाहिए। साथ ही कुछ खास घरेलू पशुओं जैसे भेड़, बकरी या तोता आदि को नही पालना चाहिये।

तृतीय भाव में ख़राब बुध

बुध ग्रह की पीड़ा शांत करने के लिए पक्षियों को दाना डालना और बकरी दान करना शुभ माना जाता है।ऐसा होने पर जातक को फिटकरी से दांत साफ करने की सलाह दी जाती है।

चौथे भाव में ख़राब बुध

बुध सही नही हो और इस कारण आपको कष्ट हो रहा हो तो सोने और चाँदी की चेन गले में धारण करना उचित माना जाता है। साथ ही बंदरों को गुड़ दान खिलाने की सलाह दी जाती है।

पांचवें भाव में ख़राब बुध

बुध की पीड़ा शांत करने के लिए जातक को गाय की सेवा और तांबे के सिक्के को सफ़ेद धागे में लपेटकर कर कंठ में धारण करने की सलाह दी जाती है।

छठवे भाव में ख़राब बुध

बैठे बुध ग्रह के शुभ फल पाने के लिए कृषि भूमि में गंगाजल से भरी बोतल गाडने की सलाह दी जाती है। ऐसे जातक की पत्नी को बाएँ हाथ में चाँदी की अंगूठी धारण करने को भी कहा जाता है।

सातवें भाव में ख़राब बुध

अगर बुध ग्रह से हानि हो रही हो तो साझेदारी के व्यवसाय तथा जुए,सट्टे जेसे काम से बचना चाहिए।

 आठवें भाव में ख़राब बुध

बुध ग्रह के अशुभ परिणामों को कम करने के लिए मट्टी के घड़े में शहद भरकर शमशान-भूमि में गडाना शुभ बताया गया है।

नौवें भाव में ख़राब बुध

बुध ग्रह की पीड़ा शांत करने के लिए या दुष्प्रभावों से बचने के लिए मंदिर या धार्मिक स्थल पर मशरूम दान करना शुभ माना जाता है। साथ किसी भी प्रकार के साधू से ताबीज आदि स्वीकार नहीं करना चाहिए।

दसवें भाव में ख़राब बुध

बुध ग्रह की पीड़ा शांत करने के लिए मंदिर में चावल और दूध दान करने की सलाह दी जाती है। ऐसी स्थिति में मांस-मदिरा के त्याग करने की सलाह दी जाती है।

ग्याहरवें भाव में ख़राब बुध

होने के कारण कष्टों का सामना करना पड़ रहा है तो पन्ना रत्न और हरे रंग से सतर्क रहना उचित है।साथ ही किसी भी साधू से कोई भी ताबीज ना लेने की सलाह दी गई है।

बारहवें भाव में ख़राब बुध

बैठे बुध ग्रह की पीड़ा या अशुभ फलों को कम करने के लिए स्टील की अंगूठी धारण करना शुभ माना गया है। नई मटकी को बहते जल में प्रवाह करना उचित उपाय है। इस सब उपाय के अतिरिक्त हिन्दू मान्यताओं के अनुसार किन्नरों को कभी दुखी नहीं करना चाहिए। किसी भी शुभ काम, जैसे विवाह या संतान का जन्म, के अवसर पर किन्नरों का आशीर्वाद प्राप्त करना और उन्हें दान देना आवश्यक माना जाता है। बुध ग्रह के दोषों को दूर करने का उपाय भी किन्नरों से ही संबंधित है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार बुध ग्रह को नपुंसक माना गया है और किन्नर भी ना तो स्त्री होते हैं और ना पुरुष। बुध ग्रह शुभ या अशुभ कोई फल नहीं देता, पर जिस ग्रह के साथ वो बैठा है वह उसी के अनुसार फल देने लगता है। ज्योतिष के अनुसार किन्नर, बुध ग्रह के प्रतीक होते हैं। इन्हें प्रसन्न कर बुध ग्रह को शांत किया जा सकता है। इन्हें दिए जाने वाले दान का संबंध स्वयं बुध ग्रह की प्रसन्नता से है। बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी और व्यवसाय का प्रतीक माना गया है। जिस व्यक्ति का बुध ग्रह मजबूत स्थिति में होता है वह अत्यंत प्रभावशाली व्यक्तित्व का मालिक होता है। उसकी वाणी से निकली बात भी खाली नहीं जाती। कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति अगर अच्छी होती है तो ऐसा व्यक्ति प्रसन्नचित्त और मनमोजी जीवन का मालिक होता है। वह एक अच्छा व्यापारी भी साबित होता है। ये उपाय निश्चित रूप से कारगर हैं शर्त बस इतनी है कि इन्हें करते समय आपके अंदर श्रद्धा और आस्था का भाव अवश्य उत्पन्न हो।

इनपुट सोर्स : ज्योतिषाचार्य एवं हस्तरेखार्विंद विनोद सोनी पोद्दार, भोपाल सिटी।