बंदीजन भविष्य के अच्छे जीवन का विचार कर तनाव नियंत्रित कर सकते हैं : ए के सक्सेना

बंदीजन भविष्य के अच्छे जीवन का विचार कर तनाव नियंत्रित कर सकते हैं : ए के सक्सेना

वाराणसी। जिला कारागार, वाराणसी में बंदियों के उत्तम मानसिक स्वास्थ्य हेतू एक दिवसीय नि:शुल्क तनाव प्रबंधन व योग शिविर का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता करते हुए जेल अधीक्षक श्री ए के सक्सेना ने कहा कि सभी के जीवन में कठिनाइयों व विषम परिस्थितियां आती रहती हैं व्यक्ति को ऐसे समय में धैर्य व सहनशीलता धारण कर भविष्य के अच्छे जीवन के बारे में विचार करने से तनाव में कमी आती है।

शिविर में बंदियों को तनाव प्रबंधन के उपायों से अवगत कराते हुए डॉ मनोज कुमार तिवारी, वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता, ए आर टी सेंटर, एसएस हॉस्पिटल, आईएमएस, बीएचयू ने कहा कि उच्च स्तर के तनाव के कारण अनेक शारीरिक विकार उत्पन्न हो जातें हैं। कैदी नियमित दिनचर्या व धनात्मक सोच से अपने मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य को ठीक रख सकते हैं।  डॉ तिवारी ने बताया कि आपसी सहयोग, भावनात्मक समर्थन, मनन तथा अपने सकारात्मक गुणों का उपयोग करके अपने तनाव को नियंत्रित रख सकते हैं, इस अवसर पर डॉ तिवारी ने कारागार परिसर की स्वच्छता एवं बागवानी की प्रशंसा की।

श्री मनीष कुमार पांडेय वरिष्ठ योग प्रशिक्षक स्वामी विवेकानंद स्मारक राजकीय चिकित्सालय, भेलूपुर  ने कैदियों को विभिन्न योग का अभ्यास कराया तथा उन्हें योगाभ्यास का स्वास्थ्य पर पड़ने वाले धनात्मक प्रभाव के बारे में विस्तार से चर्चा किया।

शिविर का प्रारंभ ईश्वर वंदना के साथ शुरू की गई। कैदियों ने शानदार गायन की प्रस्तुति करके सभी का मन मोह लिया। शिविर की समाप्ति देश भक्ति के नारों के साथ किया गया। शिविर का संचालन श्री अरविंद कुमार सिन्हा प्रभारी कारापाल और कारागार प्रशासन के सुरक्षाकर्मियों के देखरेख में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन धन्यवाद ज्ञापन जेल के चीफ फार्मासिस्ट श्री आनंद मोहन मिश्रा ने किया। इस अवसर पर उप कारापाल श्रीमती मीना, पहल मनोचिकित्सा एवं परामर्श केंद्र के संरक्षक श्री राजेश उपाध्याय व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहें।