पीएम बोले- देश किसी परिवार की जागीर नहीं,  कांग्रेस ने 90 बार चुनी हुई सरकारों को गिराया

पीएम बोले- देश किसी परिवार की जागीर नहीं,  कांग्रेस ने 90 बार चुनी हुई सरकारों को गिराया

नई दिल्ली। राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जवाब दिया। इस दौरान सदन में कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्य अदाणी समूह पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों को लेकर नारेबाजी कर रहे थे। हंगामे के बीच ही प्रधानमंत्री ने चर्चा का जवाब दिया। इसके बाद कुछ विपक्षी सदस्यों के संशोधनों को ध्वनिमत से खारिज कर दिया गया। इसके बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए धन्यवाद प्रस्ताव को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी गई। इसी दौरान सत्ता पक्ष के सदस्यों ने 'मोदी-मोदी' के नारे लगाने शुरू कर दिए। सभापति ने हंगामे पर नाखुशी जताई। उन्होंने कहा कि सदन में कहीं से भी अव्यवस्था उत्पन्न नहीं की जानी चाहिए चाहे वह सत्ता पक्ष हो या विपक्ष हो। सदन में जो कुछ हो रहा है, उससे उन्हें गहरी पीड़ा होती है।

क्या शर्मिंदगी है नेहरू सरनेम रखने में?

इससे पहले मोदी ने राज्यसभा में कांग्रेस को उनका इतिहास याद दिलाया। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी की नीतियों पर सवाल उठाए। उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री का जिक्र करते हुए गांधी परिवार पर बड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि 600 से ज्यादा योजनाएं गांधी-नेहरू के परिवार के नाम पर हैं। अगर अब किसी कार्यक्रम में नेहरू जी का नाम नहीं प्रयोग हुआ तो कुछ लोगों का खून गर्म हो जाता था, लेकिन मुझे ये समझ नहीं आता कि उनकी पीढ़ी का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम रखने से डरता क्यों है? क्या शर्मिंदगी है नेहरू सरनेम रखने में? इतना बड़ा महान व्यक्ति आपको और आपके परिवार को मंजूर नहीं है और आप हमारा हिसाब मांगते हो।

पीएम बोले- देश किसी परिवार की जागीर नहीं

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि यह जन-जन की पीढ़ियों से बना देश है। यह देश किसी परिवार की जागीर नहीं। हमने मेजर ध्यान चंद्र के नाम पर खेल खत्न का नाम रख दिया। हमें गर्व हो रहा है। जो लोग आए दिन हमारे देश की सेना को नीचा दिखाने का मौका नहीं छोड़ते, हमने द्वीपों को परमवीर चक्र पाने वाले वीरों के नाम पर रख दिया।

90 बार चुनी हुई सरकारों को किसने गिराया?

उन्होंने कहा कि जो लोग आज विपक्ष में बैठे हैं, उन्होंने राज्यों के अधिकारों की धज्जियां उड़ा दी थीं। उनका कच्चा चिट्ठा मैं खोलना चाहता हूं। जरा इतिहास उठाकर देख लीजिए वो कौन पार्टी थी, वो लोग कौन सत्ता में बैठे थे, जिन्होंने जिन्होंने आर्टिकल 356 का सबसे ज्यादा बार दुरुपयोग किया। 90 बार चुनी हुई सरकारों को गिरा दिया। कौन है वो? कौन है जिन्होंने किया? इतना ही नहीं एक प्रधानमंत्री ने आर्टिकल 356 का 50 बार उपयोग किया, उनका नाम है श्रीमती इंदिरा गांधी का।