Ladakh Standoff: चीन और भारत की सैन्य वार्ता करीब चार महीने से ठप

Ladakh Standoff: चीन और भारत की सैन्य वार्ता करीब चार महीने से ठप

नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच तीन साल से गतिरोध कायम है। दोनों देशों की सेनाओं ने वहां मोर्चेबंदी कर रखी है। इलाके से सेना की वापसी और शांति बनाए रखने के लिए अब तक दोनों देशों के बीच 15 बार सैन्य कमांडर स्तर की वार्ता हो चुकी है। चिंताजनक बात यह है कि इस बार चर्चा का अंतराल लंबा हो गया है।

भारतीय सेना और चीन की पीएलए के बीच  11 मार्च को 15 वें दौर की वार्ता हुई थी। उसके बाद से करीब 4 माह बीत चुके हैं, वार्ता का कोई नया दौर नहीं हुआ। गुरुवार को विदेश मंत्री जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच मुलाकात हुई थी। इसमें जयशंकर ने सीमा विवाद समेत सभी बकाया मसले बातचीत से हल करने पर जोर दिया। यी ने भी इस पर सहमति जताई है। जयशंकर ने चीन में पढ़ रहे भारतीय छात्रों की वापसी और हवाई उड़ानों का भी मुद्दा ली के समक्ष उठाया था। 

जयशंकर व चीनी विदेश मंत्री यी ने इस बात से भी सहमति जताई कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर टकराव के  बिंदुओं का परस्पर स्वीकार्य समाधान निकालना आवश्यक है। इस गतिरोध से जुड़े सूत्रों के अनुसार जयशंकर ने यी से सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बहाल करने के लिए सैनिकों की वापसी का काम पूरा करने के लिए दबाव डाला।