Tag: short poem

फोकस साहित्य

स्वर्णमयी, क्या तुम मेरे साथ चलोगी

क्या तुम मेरे साथ चलोगी.. खुश का पाखंड करोगी तुम आखिर कितना दंड भरोगी तुम क्या दर्द छुपाना जरुरी है तेरा हंसना क्यों मजबूरी है सिर...

फोकस साहित्य

World Environment Day : आसरा बूढे पीपल का

उन नन्हीं -नन्हीं चिडियों को जिनके पर कतरने के लिए दुनिया बावली है...

फोकस साहित्य

देश पढे़ देश बढ़े

कभी द्रोण को गुरु मानकर एकलव्य ने दे दिया था अंगूठा कभी पेड़ की छाँव में बुद्ध को मिल गया था ज्ञान । युग बदले नियम बदले बदली ज्ञान...

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