हम माफिया के खिलाफ हैं, उन्हें मिट्टी में मिला देंगे। हम किसी भी माफिया को नहीं छोड़ेंगे : योगी आदित्यनाथ

हम माफिया के खिलाफ हैं, उन्हें मिट्टी में मिला देंगे। हम किसी भी माफिया को नहीं छोड़ेंगे : योगी आदित्यनाथ

लखनऊ। बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और गनर की शुक्रवार को हुई हत्या के मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर लिया है। मृतक उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने पूर्व सांसद अतीक अहमद के साथ ही अतीक के भाई, पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक अहमद के दो बेटों और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। ऐसे में प्रयागराज पुलिस ने अतीक अहमद के दोनों बेटों के साथ ही करीब सात संदिग्धों को हिरासत में लिया है।

इस घटना के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शनिवार को सदन में सवाल किया गया। CM योगी ने इसका जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘हम माफिया के खिलाफ हैं, उन्हें मिट्टी में मिला देंगे। हम किसी भी माफिया को नहीं छोड़ेंगे।' उन्होंने कहा कि सपा ने ही अतीक अहमद को बढ़ावा दिया है। अपराधी को सांसद बनाओ फिर तमाशा करो। मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा माफिया को बढ़ाती है। राजू पाल हत्याकांड में अतीक अहमद दोषी है, उसे सपा ने विधायक बनाकर बढ़ावा दिया।

आज ही के दिन 2005 में हुई थी हत्या

इलाहाबाद पश्चिमी के बसपा विधायक रहे राजू पाल की 25 जनवरी 2005 को सुलेमसराय में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनकी पत्नी पूजा पाल कौशांबी की चायल सीट से सपा की विधायक हैं। राजू पाल हत्याकांड में पूर्व सांसद अतीक अहमद व उनके छोटे भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ समेत अन्य लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। उमेश पाल घटना का मुख्य गवाह था। वह राजू पाल की पत्नी पूजा पाल की सगी बुआ का लड़का था।

पहले से था जान का खतरा

राजू पाल हत्याकांड की जांच CBI ने की थी। इसमें उमेश पाल मुख्य गवाह थे। यही कारण है कि उन्हें कई बार जान से मारने की धमकी मिली थी। राजू पाल की पत्नी विधायक पूजा पाल ने भी कई बार आशंका जताई थी कि गवाही को प्रभावित करने के लिए उमेश पाल की हत्या हो सकती है। उमेश पाल ने भी अपनी जान को खतरा बताया था।