वायरल फीवर होने से प्रियंका का मुरादाबाद दौरा टला  

वायरल फीवर होने से प्रियंका का मुरादाबाद दौरा टला   

लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की अचानक तबीयत बिगड़ने से उनका मुरादाबाद का प्रस्तावित दौरा स्थगित कर दिया गया है। पार्टी सूत्रों ने सोमवार को बताया कि तेज वायरल बुखार होने के चलते प्रियंका आज मुरादाबाद के कांग्रेस पदाधिकारी सम्मेलन में पहुंचने में असमर्थ हैं। कल हल्का बुखार होने के बावजूद वे बुलंदशहर सम्मेलन में पहुंची थीं। मुरादाबाद में आज पदाधिकारी सम्मेलन को प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू एवं अन्य वरिष्ठ नेता संबोधित करेंगे। प्रियंका ठीक होते ही मुरादाबाद में अपने कार्यक्रम की घोषणा करेंगी। उधर, प्रियंका का कांग्रेस पदाधिकारी प्रतिज्ञा सम्मेलन का दौरा स्थगित हो जाने से पार्टी कार्यकर्ताओं में मायूसी छा गई है। आज दोपहर 12 बजे लाइन पार रामलीला मैदान मुरादाबाद में प्रियंका को पश्चिम उत्तर प्रदेश के 12 जिलों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के ‘कांग्रेस पदाधिकारी प्रतिज्ञा सम्मेलन’ को संबोधित करना था। लाइनपार रामलीला मैदान में कार्यक्रम की तैयारियां पूरी कर ली गई थीं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू आज सुबह पहले ही यहां पहुंच चुके हैं। सम्मेलन में मुरादाबाद, बरेली और सहारनपुर मंडल के पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया था।

अचानक पार्टी महासचिव के दिल्ली कार्यालय की तरफ से कहा गया कि प्रियंका के मुरादाबाद नहीं पहुंचने की वजह से प्रदेश अध्यक्ष अब इस कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। गौरतलब है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा मुरादाबाद के निवासी हैं।मुरादाबाद के कांग्रेस कार्यकर्ता रह रहकर प्रियंका से मुरादाबाद से चुनाव लड़ने की मांग भी करते रहे हैं।उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी 15 साल पहले वर्ष 2006 में मुरादाबाद आई थीं, लेकिन उस समय उन्होंने ससुराल के निजी पारिवारिक कार्यक्रम में शिरकत की थी। विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव को लेकर तैयारियों में जुटे तमाम कांग्रेसियों को उनके आने का बेसब्री से इंतजार था। वाड्रा परिवार से विवाह के बाद से निर्यातक नगरी मुरादाबाद को उनकी ससुराल के रूप में पहचाना जाने लगा।डेढ़ दशक पहले वर्ष 2006 में वह अपने जेठ के निधन पर पति राबर्ट वाड्रा के साथ आई थीं। इसके बाद 2007 में भी प्रियंका नितांत निजी पारिवारिक दौरे पर मधुबनी में अपनी जेठानी के पास गुपचुप तरीके से पहुंची थीं।