नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कुरीतियों के प्रति लोगों को किया गया जागरूक

नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कुरीतियों के प्रति लोगों को किया गया जागरूक

गाजियाबाद। खंड शिक्षा अधिकारी नगर क्षेत्र के सफल निर्देशन और मार्गदर्शन में मीना मंच के अंतर्गत बालिका शिक्षा के नुक्कड़ नाटकों की श्रंखला के पंचम दिवस में सोमवार को कड़कड़ मॉडल स्थित वैशाली सेक्टर 5 में नुक्कड़ नाटक का भव्य मंचन लखनऊ से आई टीम के माध्यम से किया गया। इस दौरान यह संदेश दिया गया कि प्रत्येक बच्चे का विद्यालय जाना कितना आवश्यक है। लिंगभेद पर भी नाट्य मंचन कर बताया  गया कि बच्चों के बीच बेटी- बेटे का फर्क मिटा कर, सभी को शिक्षित करें।

कुरीतियों के प्रति लोगों को किया गया जागरूक

नाटक द्वारा बालिका शिक्षा नारी सशक्तिकरण, शिक्षा और समाज की कुरीतियों के प्रति जन - जन को जागरूक किया गया। जिला समन्वयक  बालिका शिक्षा गौरव त्यागी ने सभी बच्चो को 10 दिसंबर को नेट परीक्षा में उपस्थित होने के लिए जागरूक किया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि ये ऑनलाइन परीक्षा है सभी अध्यापक बच्चो की शत प्रतिशत उपस्थिएवं सुनिश्चित करे। कंपोजिट विद्यालय वैशाली के बच्चों द्वारा भी एक लघु नाटिका प्रस्तुत की गई जिसमें बच्चों द्वारा सभी को जागरूक किया गया।

मीना नोडल शिववती पांडे ने निपुण लक्ष्य बताते हुए कायाकल्प से परिवर्तित कक्षा- कक्ष के विषय में बताया। मीना नोडल अंजू सैनी ने  डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के विषय में बताते हुए कहा कि यह सरकार द्वारा भेजा गया पैसा अभिभावकों को ड्रेस, जूते, मोजे, स्वेटर और कापी- किताबों के लिए है। मीना नोडल कविता वर्मा ने बताया कि शिक्षा में नवाचार क्या है? और प्रदेश सरकार द्वारा भेजे गए प्रिंट रिच सामग्री से हम अपने बच्चों को छोटी छोटी गतिविधियों के माध्यम से कैसे पढ़ा सकते हैं। ओशो द्वारा ,बच्चो को विद्यालय भेजना कितना आवश्यक है?  समझाया गया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में पूर्ण सहयोग उमा रानी, रेखा रानी, शादाब कमर,  सविता रानी, पुष्पा रानी, संगीता बहुखंडी, सुजाता शर्मा, रिंकी, शशि, वैशाली, सुनीता, मंजू, सुशील, मनीष का रहा। वैशाली की पार्षद मधु सिंह भाटी, राजकुमार सिंह, अरुण तोमर अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।