PM मोदी आज बेंगलुरु में 27000 करोड़ की परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन और मैसूर में योग

PM मोदी आज बेंगलुरु में 27000 करोड़ की परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन और मैसूर में योग

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज से दो दिनों के कर्नाटक दौरे पर रहेंगे। 20 जून को दोपहर लगभग 12 बजकर 30 मिनट पर प्रधानमंत्री भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) बेंगलुरु का दौरा करेंगे, जहां वह सेंटर फॉर ब्रेन रिसर्च (सीबीआर) का उद्घाटन करेंगे और बागची-पार्थसारथी मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल की आधारशिला रखेंगे।  दोपहर लगभग एक बजकर 45 मिनट पर वह डॉ। बी आर अंबेडकर स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (बेस) बेंगलुरु का दौरा करेंगे, जहां वह बेस यूनिवर्सिटी के नए परिसर का उद्घाटन करेंगे और डॉ।  बी आर अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण करेंगे।  वह राष्ट्र को 150 'प्रौद्योगिकी केन्द्र' भी समर्पित करेंगे जिन्हें कर्नाटक में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में बदलाव लाते हुए विकसित किया गया है। इसके बाद, लगभग दो बजकर 45 मिनट पर प्रधानमंत्री बेंगलुरु के कोम्मघट्टा पहुंचेंगे, जहां वह 27000 करोड़ रुपये से अधिक की कई रेल और सड़क बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, फिर लगभग पांच बजकर 30 मिनट पर प्रधानमंत्री मैसूर के महाराजा कॉलेज ग्राउंड में एक सार्वजनिक समारोह में शामिल होंगे, जहां वह नागनहल्ली रेलवे स्टेशन पर कोचिंग टर्मिनल की आधारशिला रखेंगे और अखिल भारतीय भाषण और श्रवण संस्थान (एआईआईएसएच) में 'संचार विकार से युक्त दिव्यांगों के लिए एक उत्कृष्टता केंद्र' राष्ट्र को समर्पित करेंगे।  इसके बाद, लगभग सायं 7 बजे प्रधानमंत्री मैसूर के श्री सुत्तूर मठ जाएंगे और लगभग सात बजकर 45 मिनट पर वह मैसूर के श्री चामुंडेश्वरी मंदिर जाएंगे।  दौरे के दूसरे दिन 21 जून को प्रधानमंत्री 8वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रातः लगभग छह बजकर 30 मिनट पर मैसूर पैलेस मैदान में सामूहिक योग प्रदर्शन में शामिल होंगे।

बेंगलुरु में इन योजनाओं की आधारशिला रखेंगे पीएम मोदी

PMO की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेंगलुरू में गतिशीलता और संपर्क बढ़ाने की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए बेंगलुरु उपनगरीय रेल परियोजना (बीएसआरपी) की आधारशिला रखेंगे, जो बेंगलुरु शहर को उसके उपनगरों और उनसे जुड़ी टाउनशिप से जोड़ेगी।  इस परियोजना को 15,700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से तैयार किया जाएगा और इसमें 4 गलियारों की परिकल्पना की गई है जिनकी कुल लंबाई 148 किलोमीटर से अधिक है।  प्रधानमंत्री बेंगलुरू कैंट और यशवंतपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की भी आधारशिला रखेंगे, जिन्हें क्रमशः 500 करोड़ रुपये और 375 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा।  कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री बैयप्पनहल्ली में भारत के पहले वातानुकूलित रेलवे स्टेशन- सर एम विश्वेश्वरैया रेलवे स्टेशन को राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिसे लगभग 315 करोड़ रुपये की कुल लागत से आधुनिक हवाई अड्डे की तर्ज पर विकसित किया गया है।  प्रधानमंत्री उडुपी, मडगांव और रत्नागिरी से इलेक्ट्रिक ट्रेनों को झंडी दिखाकर रोहा (महाराष्ट्र) से ठोकुर (कर्नाटक) तक कोंकण रेलवे लाइन (लगभग 740 किलोमीटर) के 100 प्रतिशत विद्युतीकरण को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।  कोंकण रेलवे लाइन का विद्युतीकरण 1280 करोड़ से अधिक की लागत से किया गया है।  प्रधानमंत्री दो रेलवे लाइनों के दोहरीकरण की परियोजनाओं-अर्सीकेरे से तुमकुरु (लगभग 96 किमी) और येलहंका से पेनुकोंडा (लगभग 120 किमी) के लिए यात्री ट्रेनों और एमईएमयू सेवा को हरी झंडी दिखाकर राष्ट्र को समर्पित करेंगे।  इन दो रेलवे लाइन दोहरीकरण परियोजनाओं को क्रमशः 750 करोड़ रुपये और 1100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है।