Tag: focus24

फोकस साहित्य

मानव मन

स्वयं उगाता निज अभ्यारण्य, आजीवन करता फिर विचरण, नेत्र बंद कर ,पथ निर्धारण।  चित्र विचित्र कितना मानव मन।

G-NT26R7C438