भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में पिछले 8 वर्षों में उल्लेखनीय परिवर्तन हुआ है : मुख्यमंत्री

भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में पिछले 8 वर्षों में उल्लेखनीय परिवर्तन हुआ है : मुख्यमंत्री

वाराणसी सिटी। योगी आदित्यनाथ ने रविवार को वाराणसी में कहा कि हर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (HWC) में नियमित आधार पर टेली-परामर्श के साथ-साथ दवाई भी उपलब्ध होगी। इसके लिए सभी एचडब्ल्यूसी में हेल्थ एटीएम लगाए जाएंगे। उन्होंने कोविड महामारी के प्रबंधन में भारत की सफलता को लेकर कहा कि हमने दुनिया को एक उत्कृष्ट मॉडल दिया है।

जब दुनिया भर में लोगों ने सरकारों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का विरोध किया तब भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में 140 करोड़ लोगों द्वारा कोविड दिशा-निर्देशों और नियमों का उत्साहपूर्वक पालन किया गया। भारत ने महामारी को अपने स्वास्थ्य ढांचे में तेज गति से सुधार करने के अवसर के रूप में लिया। हमने गुणवत्तापूर्ण टीके बनाए, जिनकी प्रभावशीलता पूरी दुनिया में साबित हुई है।

8 साल में उल्लेखनीय परिवर्तन हुआ

वाराणसी के सिगरा स्थित रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने रविवार को स्वास्थ्य मंत्रियों के दो दिवसीय सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित किया। यह कॉन्क्लेव यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज डे-2022 के अवसर पर आयोजित किया गया था।

इस आयोजन का विषय 'बिल्ड द वर्ल्ड वी वांट : ए हेल्दी फ्यूचर फॉर ऑल' रहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में पिछले 8 वर्षों में उल्लेखनीय परिवर्तन हुआ है। वर्ष 2014 में केवल 6 एम्स थे और वर्तमान में 22 एम्स हैं। यह सभी या तो चालू हैं या देश भर में संचालन शुरू करने के कगार पर हैं।

यूपी में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स (HWC) के कामकाज को दिनोंदिन मजबूत किया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि दो दिवसीय विचार-मंथन सत्र भारत के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में पुनर्विचार और सुधार के लिए अतिरिक्त बढ़ावा देने में योगदान देगा।

उन्होंने कहा कि वाराणसी में चिंतन के इन दो दिनों ने हमें नीतिगत सुधारों के माध्यम से एचडब्ल्यूसी को मजबूत करने के लिए उपयोगी ज्ञान के साथ समृद्ध किया है। उन्होंने कहा कि सीएचओ अग्रणी कड़ी हैं जो अत्याधुनिक रूप से काम कर रहे हैं और जमीनी स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। वे मैदान की स्वास्थ्य सेना हैं। सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज लक्ष्यों को प्राप्त करने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है।