देश में ओमिक्रॉन के कुल नए मामलों की संख्या 23, फरवरी तक  आ सकती है तीसरी लहर

देश में ओमिक्रॉन के कुल नए मामलों की संख्या 23, फरवरी तक  आ सकती है तीसरी लहर

नई दिल्ली। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामले भारत में तेजी से बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। महाराष्ट्र की मुंबई में इस वेरिएंट के दो नए मामले सामने आने के बाद देश में ओमिक्रॉन के कुल नए मामलों की संख्या 23 तक पहुंच गई है। वहीं, महाराष्ट्र के कल्याण स्थित डोंबिवली में विदेश से आए करीब 109 लोग लापता हो गए हैं। इस बीच, वैज्ञानिकों ने आशंका जाहिर करते हुए आगाह किया है कि भारत में जिस तरह से ओमिक्रॉन के नए मामले तेजी से सामने आ रहे हैं, उससे तो ऐसा लगता है कि कोरोना के इस नए वेरिएंट की वजह से देश में फरवरी तक महामारी की तीसरी लहर आ सकती है और रोजाना 1-1.5 लाख तक नए मामले सामने आ सकते हैं।

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के वैज्ञानिक मनिंद अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि सार्स-कोवी-2 के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से भारत में फरवरी तक महामारी की तीसरी लहर चरम पर होगी और इस दौरान रोजाना करीब 1-1. 5 लाख तक नए मामले सामने आ सकते हैं। कोरोना के गणितीय अनुमान के आधार पर आईआईटी के वैज्ञानिक मनिंद अग्रवाल ने चेतावनी दी है कि नए अनुमान में ओमिक्रॉन के वेरिएंट को एक कारक के तौर पर शामिल किया है।

मनिंद अग्रवाल ने कहा, 'हमारा अनुमान है कि नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से देश में फरवरी तक तीसरी लहर आ सकती है, लेकिन यह डेल्टा वेरिएंट की वजह से आने वाली दूसरी लहर से कमजोर होगी। अब तक हमने देखा है कि ओमिक्रॉन के संक्रमण की गंभीरता डेल्टा वेरिएंट की तरह खतरनाक नहीं है। 'उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में सामने आए मामलों पर करीब से नजर रखी जा रही है। फिलहाल, दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन के संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं देखी जा रही है।