Valentine Day Special : जाने वैलेंटाइन्स डे आखिर मनाया क्यों जाता है

लव डे यानि वैलेंटाइन्स डे की शुरुवात कैसे हुई ? क्या है इसका इतिहास ? कैसे हो गया ये इतना लोकप्रिय ? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़े पूरा आर्टिकल....

Valentine Day Special : जाने वैलेंटाइन्स डे आखिर मनाया क्यों जाता है

फीचर्स डेस्क। "गुम है किसी के प्यार में" चारों तरफ प्यार के त्यौहार वैलेंटाइन डे को मानाने के लिए माहोल सेट होने लगा है। दुकाने सज़ गयी है, कार्ड्स गिफ्ट्स से बाजार पटे पड़े है।  जहाँ युवा दिलों की धड़कने तेज़ हैं वही शादी शुदा कपल्स भी एक दूसरे के  प्रति अपने लव,डेडिकेशन को शो करने के लिए तरह तरह के प्लान्स बनाने लग गए हैं।

हम सब जो ये त्यौहार या यु कहे की पूरा वैलेंटाइन वीक इतने एक्साइटमेन्ट से मानते है तो आखिर इसके पीछे क्या इतिहास है , कहाँ से और कैसे शुरू हुआ ये चलन इन सब सवालों के जवाब हम ले कर हम आएं हैं खास आप के लिए इस आर्टिकल में ,आइये पढ़ते हैं    

वैलेंटाइन डे का इतिहास

1260 में संकलित की गई 'ऑरिया ऑफ जैकोबस डी वॉराजिन' नाम की बुक में सेंट वेलेंटाइन का वर्णन मिलता है। इसके अनुसार रोम में थर्ड सेंचुरी में सम्राट क्लॉडियस का शासन था। उसका मानना था कि विवाह करने से पुरुषों की शक्ति और बुद्धि कम हो जाती है। इसलिए उसने आदेश दिया कि उसका कोई सैनिक या अधिकारी विवाह नहीं करेगा। संत वेलेंटाइन ने इस क्रूर आदेश का कड़ा विरोध किया।

उनके आह्वान पर अनेक सैनिकों और अधिकारियों ने विवाह किए। इससे चिढ कर क्लॉडियस ने 14 फरवरी सन् 269 को संत वेलेंटाइन को फांसी पर चढ़वा दिया। तब से उनकी स्मृति में प्रेम दिवस यानि वैलेंटाइन डे मनाया जाता है।

नामकरण 

ऐसा माना जाता है कि वेलेंटाइन-डे नाम मूल रूप से संत वेलेंटाइन के नाम पर ही रखा गया है। परंतु सैंट वेलेंटाइन के विषय में ऐतिहासिक तौर पर विभिन्न मत हैं और ज्यादा सटीक जानकारी नहीं  मिलती। 1969 में कैथोलिक चर्च ने कुल ग्यारह सेंट वेलेंटाइन के होने की पुष्टि की और 14 फरवरी को उनके सम्मान में पर्व मनाने की घोषणा की। इनमें सबसे महत्वपूर्ण वेलेंटाइन रोम के सेंट वेलेंटाइन माने जाते हैं।

 14 फरवरी का महत्व 

कहा जाता है कि सेंट वेलेंटाइन ने अपनी मृत्यु के समय जेलर की नेत्रहीन बेटी जैकोबस को नेत्रदान किया व जेकोबस को एक पत्र लिखा, जिसमें अंत में उन्होंने लिखा था 'तुम्हारा वेलेंटाइन'। यह दिन था 14 फरवरी, जिसे बाद में इस संत के नाम से मनाया जाने लगा और वेलेंटाइन-डे के बहाने पूरे विश्व में निःस्वार्थ प्रेम का संदेश फैलाया जाता है।

संत वैलेंटाइन मर कर भी अपनी प्रेमिका के शरीर में उसकी आँखों के रूप में जिन्दा रहे और जाते जाते दुनियां को प्रेम का सन्देश देते गए।  उनके इसी प्रेम को आज तक सेलिब्रेट किया जाता है। नए जोड़े पप्यार का इज़हार करते हैं और शादी के सूत्र में बंधे जोड़े इस दिन फिर से अपने वादे को दोहराते हैं और अपने बिलवेड को ये एहसास दिलाते हैं की वो आज भी उनको दिलो जान से प्यार करते हैं।  

हैं ना दिल को छू लेने वाली स्टोरी अगर आपको वैलेंटाइन का इतिहास पसंद आया हो तो इसे शेयर करें और बाकियों को भी इस रियल स्टोरी से रूबरू कराये. हम फोकस हर लाइफ की वैलेंटाइन्स स्पेशल सीरीज में ऐसे और बहुत से इंट्रेस्टिंग आर्टिकल्स ले कर आने वाले हैं तो जुडी रहिये आप की अपनी https://www.focusherlife.com/ के साथ। नेक्स्ट आर्टिकल मे हम जानेंगे की अलग अलग देशों में वैलेंटाइन्स डे कैसे सेलिब्रेट किया जाता है , तो पढ़ना ना भूले। 

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