इस पूर्णिमा अपनी नाकामियों को जला कर सपनो को रोपिये कैसे? जाने एक्सपर्ट डॉ इति मेहरोत्रा से

24 जुलाई को पूर्णिमा है। फुल मून में मजूद एनर्जी का इस्तेमाल कर आप अपनी डिजायरस को सही दिशा दे सकती हैं और एक सफल जीवन के रास्ते पर पहला कदम बढ़ा सकती हैं...

इस पूर्णिमा अपनी नाकामियों को जला कर सपनो को रोपिये कैसे? जाने एक्सपर्ट डॉ इति मेहरोत्रा से

फीचर्स डेस्क। चौदवी का चाँद कवियों , प्रेमियों ,लेखकों आदि सभी को प्रेरित करता है। इस चाँद की अपनी एक खास इम्पोर्टेंस है क्योंकि इसमें एक खास तरह का सौंदर्यबोध होता है। ये दिन हम सभी के लिए एक बोनस के जैसा है इस दिन आप ऊर्जा और जागरूकता की मुफ्त सवारी कर सकती हैं। जो लोग ध्यान/मैडिटेशन के मार्ग पर हैं उनके लिए ये रात काफी मददगार रहती है। पूर्णिमा के दिन चन्द्रमा का खिंचाव ऊपर की ओर होता है  तभी सागर की लहरें ऊपर उठती हैं , ठीक ऐसा ही कुछ हमारे मस्तिष्क और ऊर्जा के साथ भी होता है। इस दिन किया गया ध्यान आप की खूबियों को बढ़ाता है। अपने जीवन की नकारत्मक्ता को छोड़, आप पाजिटिविटी की ओर बढ़ सकते हैं , इसके लिए कैसे ध्यान लगाए और क्या करें आइये जाने डॉ इति मल्होत्रा से

अभिव्यक्ति के सरल उपाय

डॉ इति कहती है कि हमारे जीवन में अभिव्यक्ति बहुत ही अहम पहलु है। बिना एक्सप्रेस किये हम कुंठा के शिकार हो जाते हैं।  स्वाम को दोष देना , खुद को दूसरों से कमतर आंकना हमारा स्वाभाव बन जाता है , इसलिए अभिव्यक्ति बहुत ज़रूरी है।  आज मैं आप को इसका एक सरम उपाय बताती हूँ जिसकी प्रैक्टिस पूर्णमासी के दिन करने से आप को अधिक लाभ मिलेगा।

आपको को चाहिए

2 सादे कागज़

• 1 पेन

• माचिस और मोमबत्ती

• 1 अगरबत्ती

• एक कटोरी में थोड़ा पानी

करने का तरीका

नकरत्मक्ता पीछे छोड़ें

ढीले -ढाले कपडे पहन कर आराम से चंद्रमा की रोशनी में बैठे और अपने विचार एकत्र करें।

1 कागज़ पर, संक्षेप में, उन सभी चीज़ों को लिख लें जिनकी अब आपको अपने जीवन में आवश्यकता नहीं है। भावनाएँ, परिस्थितियाँ, यहाँ तक कि लोग भी।

शांत चित्त बैठ कर अपने आप से कहें, "अब मैंने इसे जाने दिया, अब इसकी और ज़रुरत नहीं।" 

अब मोमबत्ती जलाये।

कागज के टुकड़े के कोने को मोमबत्ती के ऊपर ले जाएं और इसे जलने दें जो आप छोड़ रहे हैं।

देखें कि यह सचमुच आपके सामने घुल जाता है, और यह अब आपके जीवन में मौजूद नहीं है।

अब इस राख को उड़ा दीजिये। अब आप हल्का महसूस कर रही हैं।

सकारात्मक विचारों को रास्ता दें

कुछ मिनटों के लिए आराम से बैठें और ध्यान दें कि आप क्या हासिल कर सकते हैं और अब क्या हो सकता है ? किसी चीज़ का अंत अगली नई शुरुवात का सूचक है। जैसे ही आप एक चीज को नष्ट करते हैं, कुछ नया आपके जीवन में आने की गुंजाइश रखता है।

कागज के दूसरे टुकड़े पर वो अभिव्यक्त करें जो आप करना चाहते हैं , जीवन में पाना चाहते हैं या जिस के लिए आप थैंकफुल हैं। जैसे अच्छे स्वास्थ्य की प्रचुरता के लिए धन्यवाद ब्रह्मांड, या मेरे व्यवसाय को बढ़ाने का एक शानदार अवसर,व्यापार या जो कुछ भी आप चाहते हैं।

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अब इस कागज को मोड़कर रात को अपने तकिए के नीचे रख कर सो जाए।

अगली सुबह फ्रेश होने के बाद उस कागज़ को मिट्टी में गाड़ दीजिये। ये आप अपनी सुविधा के अनुसार अपने  बगीचे, आँगन, गमले किसी में भी कर सकते है। 

अब इसके बारे में भूल जाइये और अपनी कामो में व्यस्त  हो जाइये।

आपने सचमुच अपनी इच्छाओं को रोप दिया है, उन्हें बढ़ने के लिए जगह दें।

आपके प्रयास ज़रूर फलें फूलेंगे।

नोट - अगर आप इसे प्रैक्टिस करें तो पूरी श्रद्धा से करें , मन में कोई संशय ना रखें।  यू ट्यूब चैनल http://www.iteehealingcenter.com/ पर भी आप पूर्णिमा का ध्यान भी सुन सकते हैं। इसे घर के अंदर भी किया जा सकता है।

Special Thanks To - Dr Itee Mehrotra Clinical Hypnotherapists, Subconscious Councellor, Alternative Healer, Reiki master, Tarot Card Reader,Lucknow