सिल्क और सैटिन पिलोकेस आपकी स्किन और बालों का रखते हैं ध्यान, जानिए कैसे?

क्या आप जानतीं हैं कि किसी भी तरह का पिलोकेस आपके खूबसूरत बालों और स्किन को नुकसान पहुँचाता है तो आइए इस आर्टिकल में आप जानेंगी कि किस टाइप के पिलोकेस आपको सोते टाइम यूज़ करने चाहिए।

सिल्क और सैटिन पिलोकेस आपकी स्किन और बालों का रखते हैं ध्यान,  जानिए कैसे?

फीचर्स डेस्क।अच्छी नींद जहाँ हमारे अच्छी हेल्थ के लिए इंपोर्टेंट है वहीं ये भी इंपोर्टेंट है कि आप सोने के लिए किस पिलोकेस का यूज कर रही  हैं ।जी हाँ जहाँ आप अपनी हेल्थ के लिए कॉन्शियस रहतीं हैं वहीं आप कॉन्शियस रहतीं होंगी अपने खूबसूरत बालों के लिए भी ।अच्छा क्या आप जानतीं हैं कि किसी भी तरह का पिलोकेस आपके खूबसूरत बालों और स्किन को नुकसान पहुँचाता है तो आइए इस आर्टिकल में आप जानेंगी कि किस टाइप के पिलोकेस आपको सोते टाइम यूज़ करने चाहिए।

सिल्क पिलोकेस

सिल्क पिलोकेस आपकी स्किन के लिए जितना सेफ होता है उतना ही सेफ होता है आपके बालों के लिए भी।सिल्क में अमीनो एसिड होता है जो कि आपकी स्किन और आपके बालों की सेफ्टी करता है ।क्या होता है कि कॉटन पिलोकेस स्किन के मॉश्चराइजर को सोक कर लेते हैं वहीं सिल्क पिलोकेस त्वचा में नमी बनाए रखते हैं जिससे आपकी त्वचा सॉफ्ट रहती है और तभी लोग आपसे ये कह सकते हैं कि आपकी त्वचा से आपकी उम्र का पता नहीं चलता।आप ये बेशक सोच रही होंगी कि आखिर पिलोकेस आपके बालों को घना कैसे बना सकते हैं?लेकिन मैं आपको बता दूँ कि सिल्क पिलोकेस आपकी हेयर फॉलिंग की समस्या को दूर करते हैं और दो मुँहे बालों की प्रॉब्लम को भी जड़ से खत्म करते हैं ।वहीं कॉटन पिलोकेस हेयर फॉलिकल्स को बहुत वीक कर देते हैं जिसके कारण हेयर फॉल होने लगते हैं और साथ ही दोमुंहें बाल भी हो जाते हैं।

सैटिन पिलोकेस

सैटिन फेब्रिक कई सारे धागों  से बुन के बनता है जैसे-नायलॉन,रेयॉन,पॉलिस्टर, वूल,सिल्क आदि।ये फेब्रिक कॉटन और सिल्क से ज्यादा फ्लेक्सिबल होता है।जी हाँ सैटिन का पिलोकेस हाइपोएलर्जिक होता है ।अगर आपको किसी भी प्रकार की एलर्जी है तो आप सैटिन के फेब्रिक से बने पिलोकेस का यूज कर सकतीं हैं और सबसे अच्छी बात कि आप सैटिन पिलोकेस को वॉश भी कर सकतीं हैं जिससे उसमें लगे जर्म्स क्लीन हो जायें। सैटिन पिलोकेस आपके खूबसूरत बालों का भी ध्यान रखता है क्योकि इस पिलो में आपके बाल चिपकते नहीं जिससे हेयर फॉल की प्रॉब्लम भी खत्म हो जाती है।सैटिन पिलोकेस में धूल मिट्टी के कण नहीं चिपकते  जिससे आपकी स्किन में भी कोई हार्म नहीं होता।

सिल्क पिलोकेस और सैटिन पिलोकेस में डिफरेंस

सिल्क पिलोकेस और सैटिन पिलोकेस में डिफरेंस सिर्फ इतना है कि दोनों की कॉस्ट एक दूसरे से चेंज है।सिल्क खुद में एक नेचुरल फाइबर है इसलिए ये कॉस्टली होता है, वहीं सैटिन कई सारे फाइबर से मिल कर बनता है तो इसकी कॉस्ट सिल्क के कंपैरिजन में कम होती है। सिल्क थोड़ा डेलिकेट होता है तो इसे घर में धोना थोड़ा डिफिकल है ,वहीं सैटिन को घर मे इज़ी वॉश किया जा सकता है।बस इतना ध्यान रखना ज़रूरी है कि आप पिलोकेस को ज़िप या हुक वाले क्लोथ्स के साथ न धोएं क्योंकि इनसे अटक कर खराब हो सकते हैं और धागे और रोएं खिंच सकते हैं।