Review : फर्जी वेब सीरीज ने ओटीटी पर धमाल मचा रखा, पढ़ें इस फिल्म को क्यों देखें?
मुंबई। फर्जी, आजकल काफी चर्चा में है। अमेज़न प्राइम की इस वेब सीरीज ने ओटीटी पर धमाल मचा रखा है। द फैमिली मैन बनाने वाले राज एंड डीके लोगों के दिमाग से खेलते हैं। ठीक ऐसा ही इन्होंने ‘फर्जी’ के साथ भी किया है। फर्जी को देखते हुए कभी-कभी ऐसा लगता है कि मानो, दिमाग की नसें फट जाएं।
कहानी
सीरीज जाली नोटों के कारोबार पर आधारित है। जिसका पुलिस बड़े ही चालाकी के साथ सफाया करती है। एक पेंटिंग बनाने वाला आर्टिस्ट किस तरह इसके मायजाल में फंसता है, इस पूरी सीरीज में यही दिखाया गया है। इसके अलावा भी सीरीज में कई सस्पेंस हैं, जिनके बारे में यहां बता पाना इसके साथ नाइंसाफी होगी। इसके लिए आपको अमेज़न प्राइम पर पूरी सीरीज देखनी होगी।
कांसेप्ट
सीरीज का कांसेप्ट बिल्कुल अलग है। फिल्मों में अक्सर देखा होगा कि पुलिस ने गाड़ियों में जाली नोट पकड़ा है। लेकिन जाली नोटों पर आधारित यह सीरीज सबसे अलग है। सीरीज देखते हुए कहीं कहीं से पुराने विक्रम और बैताल की कहानी याद आती है। जिसमें विक्रम के रूप में साउथ के सुपरस्टार विजय सेतुपति और बैताल के रूप में के के मेनन नजर आते हैं। वहीँ कहानी में एक और किरदार है, शाहिद कपूर, जिसे अंडरएस्टीमेट करने की गलती शायद आप कभी नहीं करेंगे। जिसमें हीरो और एक शातिर अपराधी दोनों के किरदार मौजूद हैं। शाहिद कपूर को जाली नोटों के कारोबारी आर्टिस्ट के नाम से जानते हैं। लेकिन इसका असली नाम कुछ और ही है। आर्टिस्ट अपने हुनर की बारीकियों को काफी अच्छे तरीके से जानता है। इसकी सबसे बड़ी खूबी गांधी जी के चित्र वाले नोट बनाना है। जिसकी बारीकियों को वह कायदे से पकड़ता है। उसका काम है जाली नोटों को असली से भी असली बनाना। जिसमें वह माहिर है।
तीनों स्टार कास्ट ने अपने ओटीटी डेब्यू के लिए बिल्कुल सही कहानी को सेलेक्ट किया है। इन तीनों के अलावा सीरीज में एक और कैरेक्टर सरप्राइजिंग है। वो हैं, भुवन अरोड़ा। इनका कैरेक्टर एकदम चौकाने वाला है। सीरीज में भुवन को अच्छा स्पेस दिया गया है।
राशि खन्ना का रोल काफी हद तक एक स्पाई के जैसा है। जिन्होंने सीरीज में एक आरबीआई ऑफिसर का रोल निभाया है। जो कि आवश्यकता पड़ने पर पुलिस के साथ मिलकर जाली नोट के कारोबार का भंडाफोड़ करती है। जिनका काम बिना खूबसूरत दिखे अपना काम करना है।
क्यों देखें
फिल्म के स्टार कास्ट की एक्टिंग के इतना रिव्यु के बाद तो सवाल ही नहीं उठता कि इस फिल्म को क्यों देखें? फिल्म फुल टाइम एंटरटेनर है। 8 घंटे के पूरे सीरीज को बारी-बारी से एक-एक एपिसोड देखना काफी सरप्राइजिंग है। 8 एपिसोड दर्शकों को कहीं से भी बोर नहीं होने देते, वे दर्शकों को बांधे रहते हैं।
कमियां
सीरीज को यदि आप एक दिन में ही देखना चाहेंगे, तो उसके लिए आपको 8 घंटे टाइम बर्बाद करने की ज़रूरत नहीं है। एक दिन में वो मजा नहीं मिलने वाला, जो आपको 8 दिनों में मिलेगा। इसका मजा लेने के लिए आपको 8 दिनों का समय देना होगा। वेब सीरीज बनाने में कहानी थोड़ी लम्बी कर दी गई है, जो कि थोड़ी छोटी की जा सकती थी। हालांकि 8 दिनों देखने के बाद आप इससे निराश नहीं होंगे। ये हमारा दावा है।