जाने, गर्भ निरोधक इंजेक्शंस से जुड़े प्रोस एंड कोन्स

गर्भ निरोधक इंजेक्शंस कैसे काम करते हैं , ये कितना लम्बा प्रोटेक्शन देते हैं , इन्हे कब और कौन कौन ले सकता है ? इन सब सवालों के जवाब के लिए पढ़ें पूरा आर्टिकल ...

जाने, गर्भ निरोधक इंजेक्शंस से जुड़े प्रोस एंड कोन्स

फीचर्स डेस्क।  आजकल सभी कपल्स अपनी फॅमिली प्लान करना चाहते हैं। अब वो ज़माने लद गए जब बच्चो को भगवान की देन माना जाता था। अपनी फॅमिली को प्लान कर के आगे बढ़ाना ही आजकल का ट्रैंड है और इसमें ही समझदारी है ऐसे में आप को सभी पॉसिबल कंट्रासेप्टिव मेथड्स के बारे में जानकारी होनी चाहिए IUD के बाद हम आप के लिए कोन्टसेप्टिव इंजेक्शंस पर डिटेल्ड इनफार्मेशन ले कर आये हैं।  ये गर्भनिरोध का  टेम्पररी मेथड है और ये आप को लम्बे समय तक सेक्सुअल फ्रीडम देता है। आइये जाने आखिर ये इंजेक्शन कैसे काम करता है , कौन कौन ले सकता है , किस समय लेना चाहिए और इस से क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं ? 

कैसे काम करता है ये इंजेक्शन 

गर्भनिरोधक इंजेक्शन में बेसिकली प्रोजेस्टेरोन हार्मोन होते हैं जो आपको गर्भाव‍ती होने से रोकते हैं। इंजेक्शन लेने के बाद शरीर में  प्रोजेस्टेरोन का लेवल बढ़ जाता है जिस से रक्तप्रवाह बढ़ता है औरऔर यह अंडाशय से अंडे को रिलीज नहीं होने देता। इसके अलावा सर्विक्स के म्यूकस को थिक कर देता है जिस से  एम्ब्रॉय का आरोपण नहीं हो पाता। इस तरह से हार्मोनल इंजेक्शन गर्भावस्‍था को रोकता है।  

 लेने का सही समय

 ये इंजेक्शन साइकिल में किसी भी टाइम पर लिया जा सकता है। इसे आप एबॉर्शन के एक वीक के बाद भी ले सकती है साथ ही इसे स्तनपान करने वाली महिलाएं भी ले सकती है।  बच्‍चे के जन्‍म के 6 हफ्ते बाद यह इंजेक्‍शन लेना चाहिए। 

गर्भ निरोधक इंजेक्‍शन से होने वाले फायदे

अगर सही तरीके से इसका इस्‍तेमाल किया जाए तो यह 99 प्रतिशत तक प्रभावशाली हो सकता है। 
इस इंजेक्‍शन को लेने के बाद आप 8 से 13 हफ्ते तक असुरक्षित यौन संबंध बना सकती हैं। 
खासतौर पर वह महिलाएं जो एस्‍ट्रोजेन का सेवन नहीं कर सकती हैं उनके लिए गर्भनिरोधक इंजेक्‍शन बहुत ही उपयोगी हैं। स्‍तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए गर्भनिरोधक इंजेक्‍शन सबसे सुरक्षित तरीका है।

इंजेक्शंस से जुड़े साइड इफेक्ट्स 

ज़रूरी नहीं की सभी को ये साइड इफेक्ट्स दिखे पर कुछ एक केसेस में ये नोटिस किया गया गई। 

किसी किसी को Intermittent Spotting हो सकती है । 
मासिक धर्म से समय ब्लड ज्यादा या काम हो सकता है।  
कुछ लोगो के पीरियड्स भी मिस हो जाते हैं। 
ये sexually transmitted diseases से सुरक्षा प्रदान नहीं करता।  
यह एक हार्मोनल इंजेक्‍शन है, इसलिए हो सकता है कि इससे आपके शरीर का वजन बढ़ जाए या फिर शरीर  में फैट जमने लगे। 
इसे लेने के बाद आपको मूड स्विंग्‍स, फूड क्रेविंग, चिंता, अवसाद आदि हो सकता है। 

कौन ना लें  

ये भी पढ़ें - लम्बे समय तक गर्भधारण से बचना है तो IUD अपनाये, जाने सभी संभावित जोखिम

अगर आप साल भर में दोबारा मां बनना चाहती हैं तो गर्भनिरोधक इंजेक्‍शन आपके लिए उचित नहीं हैं। 
यदि आपको हृदय रोग, स्‍ट्रोक या फिर लीवर से जुड़ी कोई बीमारी है तो आपको यह इंजेक्‍शन नहीं लेना चाहिए। 
अगर आपकी ब्रेस्‍ट कैंसर या प्रजनन अंगों में कैंसर की कोई हिस्‍ट्री रही हो तो आपको यह इंजेक्‍शन नहीं लेना चाहिए।

ऐसा कहा जा सकता है कि गर्भनिरोधक इंजेक्‍शन गर्भावस्‍था को रोकने में मददगार हैं और लॉन्ग टर्म सेफ्टी  हैं। मगर,आपको इसे केवल डॉक्‍टर की सलाह के बाद ही लेना चाहिए।  

आप को हमारा ये आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे शेयर ज़रूर करें और ऐसे ही अन्य इंट्रेस्टिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए जुडी रहे आप की अपनी http://www.focusherlife.com/ के साथ 

Image source - freepick.com