Biography : कौन हैं मधु तिवारी ? वृद्ध की सेवा के लिए समर्पित कर दिया अपना जीवन
मैंने भी एक सपना देखा था वो यह कुछ काम करूंगी, बड़ा नाम करूंगी। समाज में बड़े होकर लोगों की मदद करूंगी। यह जज्बा मेरे अंदर बचपन से था कि मुझे कुछ करना है। बचपन बिताया फिर कॉलेज आ गया कॉलेज में कुछ अच्छे दोस्तों के साथ हुए अच्छे अनुभव और बुरे दोस्तों के साथ में बुरे अनुभव भी मिले। हलाकि मेरा मानना है कि अनुभव कैसे भी हो अच्छे या बुरे सीख देकर ही जाते है....
फीचर्स डेस्क। लखनऊ की रहने वाली मधु तिवारी के बचपन का ड्रीम इनके 50 के दशक होते-होते पूरा हुआ। मधु तिवारी का एक सपना था कि इनको लोग इनके नाम से जानें, खुद की अपनी पहचान बनाने में विश्वास रखती हैं। दरअसल, मधु शादी के बाद पति का टाइटल लगाकर अपनी पहचान बनाना पसंद नहीं करती हैं। मधु ने इसके लिए घर से निकली बहुत सारे काम किया इन्होने जिसकी बदौलत आज मधु तिवारी का खुद का एक जाना पहचाना नाम है, लोग अब इनको इनके काम से जानते और पहचानते हैं। मधु तिवारी कौन है संक्षेप में आपको बता दिया लेकिन मधु के जीवन के तममा अनसुने बातें हैं जो आपको आगे बताने जा रहीं हूँ, जैसे- तो आइये जानते हैं मधु तिवारी की बायोग्राफी (Biography of Madhu Tiwari), मधु तिवारी की शिक्षा (Madhu Tiwari of education), मधु तिवारी करियर (Career of Madhu Tiwari), मधु तिवारी की लाइफ स्टोरी (Life Story of Madhu Tiwari), मधु तिवारी का जुनून, पुरस्कार (Madhu Tiwari passion, award), मधु तिवारी की अन्य उपलब्धियां (Other achievements of Madhu Tiwari), मधु तिवारी का शौक (hobby of Madhu Tiwari), मधु तिवारी का माडलिंग कॅरियर (Madhu Tiwari modeling career), तो चलिए बताते हैं मधु तिवारी के बारे में...
मधु तिवारी की बायोग्राफी Biography of Madhu Tiwari
मधु तिवारी का जन्म लखनऊ में हुआ। इनके पिता का नाम मिस्टर यूएस शुक्ला है जो कि रेलवे आफिसर थे और माता का नाम मनोरमा शुक्ला है।
मधु तिवारी की शिक्षा : Madhu Tiwari of education
मधु तिवारी ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा लखनऊ से की हैं, इसके बाद मधु ने लखनऊ से ही B.A. किया है। मधु ने लखनऊ विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ सोशल वर्क की डिग्री ली हैं। और लखनऊ विश्वविद्यालय से ही M.A. भी किया है।
मधु तिवारी का मॉडलिंग सफर : Madhu Tiwari modeling journey
बता दें कि मधु तिवारी ने मॉडलिंग की दुनिया में अपने 50 साल की उम्र में कदम रखा और शानदार प्रदर्शन के लिए खिताब भी जीता। मधु तिवारी ब्रांड एंबेसडर ऑफ यूपी 2018 में बनीं। इसके बाद इंडिया लेवल की मॉडलिंग की। कई ब्यूटी पेजेंट में हिस्सा लिया। अब लखनऊ शहर में होने वाले मॉडलिंग इवेंट, किड्स कल्चरल इवेंट सहित कई इवेंट में बतौर जज की भूमिका में नजर आती हैं।
संस्था के जरिए शुरू किया समाज सेवा : Started social service through the organization
बता दें कि मधु तिवारी ने समाज के लिए कुछ करने को ठानी और फिर अपना एनजीओ रजिस्टर्ड कराया। मधु की संस्था वृद्ध आश्रम पर काम करती है। ऐसे वृद्ध लोगों के लिए जिनको छोड़कर लोग आश्रम में चले जाते हैं। उनके बच्चे विदेशों में रहते हैं ऐसी वृद्ध लोगों की सेवा करती है मधु की संस्था। मधु कहती हैं- अब यह जिंदगी उन्हीं वृद्ध के लिए समर्पित है। मधु के अनुसार आप यह काम करके जो दुआएं कमा कर लाते हो वहां से यह दुआएं ही हैं जो बुरे वक्त में आप के सर पर हाथ रख देती हैं और आपको मौत के मुंह से निकाल लेती है।
लेखिका की भूमिका में हैं मधु तिवारी : Madhu Tiwari is in the role of writer
बता दें कि मधु तिवारी मॉडल, राइटर, फाउंडर और एक ब्लॉगर भी हैं। इन्होने बहुत सारी कविताएं लिखी हैं जो मोहब्बत और प्यार पर हैं। इनका “अधूरी तमन्नाओं का सफ़र” एक काव्य संग्रह है। दूसरी इन्होने एक कहानी भी लिखी उस कहानी का नाम था “एक ऐसा प्यार और इस रिश्ते को क्या नाम दूं” जो कि लोगों को बहुत पसंद आई। मधु तिवारी की अब एक किताब आ रही है जो लोगों को पढ़ने के लिए मिलेगी।
क्या कहती हैं मधु तिवारी : What does Madhu Tiwari say
दोस्तो, हर इंसान अपने अपने तरीके से हर जिंदगी जीना चाहता है खुशहाल, बिंदास, मस्त, स्वस्थ लेकिन अपना चाहा होता कहा है। अपना सोचा लाइफ में होता नहीं है इंसान चाहता तो कुछ और है ईश्वर देता कुछ और है पर खुशी से कुबूल करो क्योंकि वह ईश्वर ने दिया है वह ईश्वर की मर्जी है। दरअसल, बिना संघर्ष के जिंदगी जीने में मजा नहीं आता और संघर्ष के बाद मिली हुई सफलता की मिठास आप जीवन भर याद रखते हैं। मैंने भी एक सपना देखा था वो यह कुछ काम करूंगी, बड़ा नाम करूंगी। समाज में बड़े होकर लोगों की मदद करूंगी। यह जज्बा मेरे अंदर बचपन से था कि मुझे कुछ करना है। बचपन बिताया फिर कॉलेज आ गया कॉलेज में कुछ अच्छे दोस्तों के साथ हुए अच्छे अनुभव और बुरे दोस्तों के साथ में बुरे अनुभव भी मिले। हलाकि मेरा मानना है कि अनुभव कैसे भी हो अच्छे या बुरे सीख देकर ही जाते है। आपको बता दें कि मुझे लखनऊ रेडियो स्टेशन पर गाने का अवसर मिला तो वह घर में यह कहकर मना कर दिया कि बेटियां स्टेज पर नहीं गाती। फिर जब सरकारी नौकरी लगी तो वह भी नहीं करने दिया गया यह बोलकर कि पंडित की बेटी हो जॉब नहीं करोगी और लड़कियां नौकरी नहीं करती। ऐसे में एक समय आया जब धीरे-धीरे करके सब कुछ खत्म हो गया फिर जो आगे हुआ वह शादी, बच्चे और बहुत सारी जिम्मेदारियां। लेकिन जब बच्चे बड़े हुए तो उनका पूरा सहयोग मिला। बच्चों ने कहा “बस जिंदगी ना मिलेगी दोबारा मां” जो करना है कर लो फिर कदम बढ़ाया ऐसी दुनिया की तरफ जो कभी सोचा ही नहीं था और आज मैं अपने नाम से जानी पहचानी जाती हूँ। - मधु तिवारी, लखनऊ।
मधु तिवारी के बारें में क्या कहती हैं आरती वर्मा : What does Aarti Verma say about Madhu Tiwari
आरती वर्मा ने कहा मेरी गुरु मां मधु तिवारी वह शख्सियत है जिनके लिए मेरे शब्दकोश में शब्द नहीं है कैसे मैं बखान करू, फिर भी कुछ शब्दो से बखान करना चाहती हूं। समाज में एक प्रतिष्ठित व्यक्तित्व की मालिक है। उन्होंने मेरी जिंदगी में एक अच्छे गुरु का फर्ज निभाया है और मेरे ही लिए नहीं सभी को बहुत अच्छी सलाह देती है। चाहे आप उन्हें जानते हो या ना जानते हो। अगर आप उनसे कुछ पूछेंगे तो सही रास्ता ही वो बतायेगी। उनकी लेखन प्रतिभा से आप परिचित होंगे वो कितना अच्छा लिखती है। उनका व्यवहार सबके लिए एक जैसा है, किसी के लिए ऊंचा नीचा नहीं, सभी में प्यार बांटती हैं। उनसे जितना हो सकता है वह सभी के लिए करती है। उनके लेखन में उनका व्यक्तित्व झलकता है। वह एक बेटी, बहन, स्त्री, पत्नी और मां होकर के समाज में उनका क्या स्थान है। वह क्या महसूस करती हैं सब कुछ उनके व्यक्तित्व से झलकता है। गरीब बच्चों के लिए समाज में वृद्ध लोगों के लिए बहुत काम करती है। दयामयी और ममतामई महिला हैं सभी को प्यार देती है। मेरी जिंदगी में जो उनका स्थान है वह सर्वश्रेष्ठ है। उनको वह मेरी जिंदगी में एक मां की तरह है और मैं हमेशा मैं उनका सम्मान करूंगी। - आरती वर्मा, लखनऊ।