Biography : कौन है सुमन झा ? शिक्षा और साहित्य से है गहरा लगाव मिल चुका है कई पुरस्कार

150 किलोमीटर दूर है ट्रेन बस से आना जाना और समय से विद्यालय पकड़ना समय से विद्यालय छोड़ना साथ- साथ कविता, कहानियां, लेख एवं संस्मरण लिखने का शौक भी...

Biography : कौन है सुमन झा ? शिक्षा और साहित्य से है गहरा लगाव मिल चुका है कई पुरस्कार

फीचर्स डेस्क। मनोविज्ञान की छात्रा और अब एक शिक्षिका सुमन झा अपने स्टूडेंट्स की मनोभाव को समझकर उनकी समस्या का हल करने में निपुण हैं। यही कारण है कि वर्तमान में पढ़ रहे स्टूडेंट्स और स्कूल से शिक्षा पूरा कर के बाहर गए स्टूडेंट्स दोनों इनसे परस्पर प्रेम करते हैं। दरअसल, सुमन झा उन्हें शिक्षा देना एवं जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए उचित मार्गदर्शन करती आ रहीं हैं। सुमन झा कौन हैं यह तो हमने बता ही दिया। लेकिन इसके साथ ही सुमन झा के बारे में अब भी कई ऐसी बातें हैं जो हमे जानना चाहिए। जैसे सुमन झा की बायोग्राफी (Biography of Suman Jha), सुमन झा का करियर(Career of Suman Jha), सुमन झा की लाइफ स्टोरी(Life Story of Suman Jha), सुमन झा का शिक्षा (Suman Jha education), सुमन झा का साहित्य सफर (Literature journey of Suman Jha), क्या है सुमन झा का शौक : What is Suman Jha's hobby आदि। तो चलिए जानते हैं सुमन झा के बारे में...

सुमन झा की बायोग्राफी Biography of Suman Jha

सुमन झा का जन्म 8 जनवरी 1965 को मूल रूप से मुजफ्फरपुर, बिहार में हुआ था। सुमन झा के पिता का नाम स्वर्गीय तुलानंद झा है जो कि  आर्यावर्त इंडियन नेशन प्रेस में कार्यरत थे और माता का नाम श्रीमती बिंदा देवी एक गृहिणी हैं। अपने 6 भाई-बहनों में सुमन सबसे बड़ी हैं।

सुमन झा का शिक्षा : suman jha of education

सुमन ने प्राथमिक शिक्षा पटना के बाद ग्रेजुएशन और M.A. इंग्लिश तक की शिक्षा पटना बिहार से की। इसके बाद ससुराल वाले के हेल्प से 1987-88 B.ed.Gorakhpur से किया।

सुमन झा का करियर : Career of suman jha

सुमन झा शिक्षा के बाद 1988- 89 में मुरारी चिल्ड्रन एकेडमी गोरखपुर में पहली बार अंग्रेजी शिक्षका के रूप में अपने कॅरियर की शुरुआत किया। इसके बाद सन 1989 से 1995 तक रंभा किन्डर गार्डन स्कूल गोरखपुर में अंग्रेजी शिक्षण एवं कल्चरल एक्टिविटीज के रूप में अपना योगदान दिया। फिर सन 1996 से 2009 तक प्रियगुप्त मेमोरियल उच्च माध्यमिक विद्यालय गोरखपुर का बागडोर संभाला जो कि एन.ई. रेलवे मेंस फेडरेशन के द्वारा संचालित है इस विद्यालय में शिक्षण के साथ तमाम रैलियां, अधिवेशन, कल्चरल एक्टिविटीज, प्रतियोगितात्मक परीक्षाओं का आयोजन सुमन की ज़िम्मेदारी रही। साल 2010 से अब तक यू.एच.एस लक्ष्मीपुर, बगहा-2 बिहार में शिक्षण के साथ सह शैक्षणिक गतिविधियों का नेतृत्व अभी हाल फिलहाल 26 जनवरी 2023 को एसडीएम कार्यालय बगहा-2 में बच्चों द्वारा डांडिया के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर प्रथम पुरस्कार विजेता विजेता रहीं।

सुमन झा की लाइफ स्टोरी : Life Story of suman jha

सुमन झा की शादी राम जानकी नगर कौशल पुरम, गोरखपुर में श्री राम अधार झा से हुई है जो कि एम कॉम -ओरिएंटल पेस्टिसाइड गोरखपुर में मैनेजर पद पर अपनी सेवा दे रहें हैं। इनका एक बेटा अविनाश कुमार झा और एक बेटी पल्लवी झा हैं।

सुमन झा का साहित्यिक सफर suman jha of literary journey

एक शिक्षिका की भूमिका निभाने के साथ-साथ पिता के संस्कार और उनका साहित्य के प्रति लगाव ने सुमन को साहित्य की तरफ झुकाव हुआ और इनकी पहली रचनाएं साल 1980- 84 में अखबारों और पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई। यही से सुमन झा का साहित्य सफर शुरू हुआ। जो कि अब कई साहित्यिक मंच द्वारा कविता कहानी लेखन में सम्मान पत्र प्राप्त कर चुकी हैं।

क्या है सुमन झा का शौक : What is Suman Jha's hobby

शिक्षिका और एक साहित्यकार होने के साथ-साथ सुमन झा कि और कई शौक हैं, जिन्हे समय मिलने पर पूरा करती रहती हैं। जैसे- कविता, कहानियां, लेख एवं संस्मरण लिखना, संगीत knitting crochet, fine arts , gardening, मूवी देखना एवं भ्रमण खासकर प्राकृतिक स्थल इनका शौक है।