योगी कैबिनेट ने चित्रकूटधाम व विंध्यधाम विकास परिषद को दी मंजूरी

योगी कैबिनेट ने चित्रकूटधाम व विंध्यधाम विकास परिषद को दी मंजूरी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने में लगी है। इसी क्रम में सरकार ने चित्रकूटधाम तीर्थ विकास परिषद और विंध्यधाम विकास परिषद के गठन का निर्णय लिया है। सरकार के इस प्रस्ताव को योगी कैबिनेट ने भी शुक्रवार को अपनी मंजूरी दे दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आज लोक भवन में सम्पन्न हुई कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को पारित किया गया। इनमें चित्रकूटधाम विकास परिषद और विंध्यधाम विकास परिषद के गठन को भी हरी झंडी मिली।

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के अनुसार इन नवगठित दोनों परिषदों के अध्यक्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे जबकि प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति व धर्मार्थ कार्य मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी को उपाध्यक्ष बनाया गया है। सरकार के इस फैसले से धार्मिक नगरी चित्रकूट और विंध्याचल का विकास हो सकेगा। योगी कैबिनेट ने आज की बैठक में कई और महत्वपूर्ण फैसले लिए। इनमें पर्यटन, सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा के विषय मुख्य रहे।

कैबिनेट के अन्य महत्वपूर्ण निर्णय 

-एसजीपीजीआई में एडवांस नेत्रविज्ञान सेंटर व सर्विस ब्लॉक के निर्माण के सम्बंध में प्रस्ताव पारित।

-लोहिया संस्थान लखनऊ के न्यू कैंपस गोमतीनगर में निर्माण सम्बंधी प्रस्ताव पारित। 

-30 करोड़ पौधरोपण अभियान के लिये सभी विभागों को वन विभाग द्वारा निःशुल्क पौध दिए जाने के सम्बंध में प्रस्ताव पारित। -सहारनपुर और मथुरा में दो फोरलेन सड़कों के लिए प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति के सम्बंध में।

-प्रदेश में 6600 सरकारी नलकूपों के आधुनिकीकरण के लिये 285.79 करोड़ लागत का प्रस्ताव पारित। 

-जेवर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिये भूमि को लीज पर दिये जाने हेतु स्टाम्प शुल्क में छूट सम्बंधी प्रस्ताव पारित। 

-कोविड में 102 एम्बुलेंस के संचालन के लिये सेवा प्रदाता की शर्तों में छूट दिये जाने के सम्बंध में प्रस्ताव पारित। 

-उप्र लघु उद्योग निगम के कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग का लाभ दिए जाने के सम्बंध में। 

-बेसिक शिक्षा विभाग में मृतक आश्रित की नियुक्ति प्रक्रिया में संशोधन के सम्बंध में प्रस्ताव पारित।