World Heart Day: हार्ट हेल्थ से जुड़े हैं ये सिगनल्स, इनको इगनोर करना पड़ सकता है महंगा

ह्यूमन बॉडी रुपी मशीन के किसी भी कल पुर्जे में जब भी कोई परेशानी आती है या उसकी शुरुवात होती है तो बॉडी सिग्नल्स देना शुरू कर देती है। पर अक्सर नॉलेज की कमी के चलते हम उन सिग्नल्स को ओवरलुक कर देते हैं और जब बीमारी .....

World Heart Day: हार्ट हेल्थ से जुड़े हैं ये सिगनल्स, इनको इगनोर करना पड़ सकता है महंगा

फीचर्स डेस्क। ईश्वर ने हमारे शरीर को बहुत ही ब्यूटीफुली डिज़ाइन किया है। ह्यूमन बॉडी रुपी मशीन के किसी भी कल पुर्जे में जब भी कोई परेशानी आती है या उसकी शुरुवात होती है तो बॉडी सिग्नल्स देना शुरू कर देती है। पर अक्सर नॉलेज की कमी के चलते हम उन सिग्नल्स को ओवरलुक कर देते हैं और जब बीमारी बड़ी हो जाती है तभी उसे पकड़ पाते हैं। इम्पोर्टेन्ट वाइटल ऑर्गन्स जैसे हार्ट, लिवर ,किडनी  में गड़बड़ी के संकेत अलग-अलग रूपों में सामने आते हैं। आज इस आर्टिकल में हम हार्ट ट्रबल्स के इनिशियल सिग्नल्स की बात करेंगे ताकि आप उनको पहचान कर सतर्क हो जाये। इसी क्रम में हर साल 29 सितम्बर को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है ताकि हार्ट हेल्थ को लेकर ज्यादा से ज्यादाअवरेनेस क्रिएट की जा सके।

अनइवेन हार्ट और पल्स रेट

दिल की धड़कन और पल्स रेट का बार बार बढ़ना और गिरना हार्ट प्रॉब्लम का अहम सिग्नल है। अचानक घबराहट हो या हार्ट बीट बढे तो अलर्ट हो जाना चाहिए।  । कभी-कभी ये नार्मल भी होता है जैसे अगर किसी चीज़ से डर गए हैं, हैवी एक्सरसाइज या रनिंग की हो या बहुत एक्साइटेड हों तो लेकिन अगर आप आराम से  बैठे हैं और अचानक घबराहट, पसीना और दिल की धड़कन बढे तो इसे हलके में ना लें।

अचानक खर्राटे शुरू हो जाना

कई बार लोगों को साइनस की वजह से या फिर नाक के आकार की वजह से खर्राटे आते हैं, लेकिन अगर आपको इनमें से कोई समस्या नहीं है और अचानक खर्राटे शुरू हो गए हैं तो एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें क्योंकि ये हेल्थी सिम्पटम नहीं है।

बार-बार सिर चकराना

आपको ऐसा अगर बार-बार लग रहा है कि आपको चक्कर आ रहा है। माइंड कंट्रोल नहीं है और बार-बार ये लगे कि आप बस अब बेहोश हो जाएंगे तो ये चिंता का विषय है और दिल की बीमारी का एक लक्षण भी। कुछ मामलों में ये नर्वस सिस्टम की खराबी या बैकबोन या ब्रेन क्लॉटिंग को भी दर्शाता है, लेकिन अगर दिल की बीमारी शुरू होने वाली है तो उसका एक लक्षण ये हो सकता है। चाहें कोई भी कारण हो पर इसे इग्नोर ना करें और जल्द से जल्द डॉक्टरी सलाह लें।

पैर, एड़ियों और तलवों में स्वेलिंग रहना

पैरों में लगातार सूजन का बना रहना किडनी और दिल दोनों की बीमारी का संकेत है। जब हमारा हार्ट अच्छे से ब्लड पंप नहीं कर पाता है तो इन अंगों तक सही तरह से ब्लड और भी नहीं पहुंच पाता है। ऐसे में पैरों के तलवों और एड़ियों में स्वेलिंग होने लगती है। अगर आपको लगता है कि पैरों में लगातार सूजन बनी हुई है तो इसे नज़रअंदाज़ ना करें।

बहुत ज्यादा थकान बनी रहना

अगला लक्षण लगातार थके हुए फील होने का है। थकान ऐसी नहीं कि बहुत काम कर लिया तो थक गए बल्कि थकान ऐसी की आप ये भी न समझ पाएं कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है। दिन भर का काम करना भी मुश्किल हो और ज़रा सा उठने-बैठने पर आप हांफने लगें। ऐसे में आपका दिल आपको इशारा कर रहा है कि अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें और डॉक्टर से संपर्क करें। 

अन्य लक्षण

इनके अलावा दिल की बीमारी में कुछ अन्य सिम्पटम्स भी दिखते हैं जैसे

सीने में दर्द होने।

बार-बार सांस फूलना।

बार-बार हाथ या पैर का सुन्न हो जाना या वीक फील होना।

लेफ्ट आर्म में दर्द और उसका सुन्न होना।

अपर एब्डॉमिन या बैक में दर्द होना।

ऐसा कोई भी असामान्य लक्षण अगर आपको दिख रहा है तो बेहतर होगा कि आप अपने डॉक्टर से सलाह लेने में देरी न करें। ध्यान रखें कि कभी-कभी कुछ खाने-पीने, दौड़ने-भागने, डरने या फिर बीपी के ऊपर-नीचे होने की वजह से भी ऐसे लक्षण होते हैं, लेकिन आपको अगर ऐसे लक्षण लगातार बने हुए हैं तो डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।