राजस्थान में एक्सप्रेस-वे पर 80 फ़ीसदी स्थानों पर शुरू हो चुका है काम : गडकरी

राजस्थान में एक्सप्रेस-वे पर 80 फ़ीसदी स्थानों पर शुरू हो चुका है काम : गडकरी

राजस्थान। सड़क परिवहन और राजमार्ग राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे देश के विकास का प्रतीक होगा और जिन राज्यों से होकर यह मार्ग गुजरेगा वहां लोगों के लिए इससे रोजगार की असीम संभावनाएं बनेगी। गडकरी ने राजस्थान के दौसा और सवाई माधोपुर में दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे की प्रगति की समीक्षा के दौरान गुरुवार को कहा कि 1300 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे का 374 किलोमीटर हिस्सा राजस्थान में पड़ता है और यहां एक्सप्रेस-वे पर 80 फीसदी जगह पर काम की शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में 13 पैकेट में इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण हो रहा है जिस पर 18000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। एक्सप्रेस-वे में सभी जरूरी सुविधाएं विकसित की जा रही है। इसमें 14 जंक्शन होंगे जो राजस्थान में पड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेस-वे में राजस्थान की विशेषता यह होगी कि यहां रणथंभौर टाइगर रिजर्व में बाघों को सुरक्षित जगह देने के लिए अंडरपास तथा ओवरपास बनाए जा रहे है। यही नहीं चंबल नदी पर घड़ियालों को बचाने के लिए स्पैम पुल का निर्माण किया जा रहा है।

राजस्थान में इस एक्प्रेसवे में बड़ी विशेषता गिनाते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में एक्सप्रेसवे पर जंगली जानवरों के संरक्षण के लिए सात स्थानों पर अंडरपास तथा ओवरब्रिज बनाए जायेंगे। उनका कहना था कि एक्सप्रेस-वे के कारण जंगली जानवरों को कोई नुकसान नहीं हो इसलिए उनके संरक्षण के लिए राज्य में 1200 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। उनका कहना था कि इस सुविधा जानवरों को एक्सप्रेस-वे के कारण कोई दिक्कत नहीं होगी। श्री गडकरी ने कहा कि एक्सप्रेस-वे पर 120 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से वाहन चलाए जाएंगे लेकिन उनका प्रयास है कि 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन चलें।