आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार मांगों को स्वीकार नहीं कर लेती : किसान नेता

आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार मांगों को स्वीकार नहीं कर लेती : किसान नेता

नई दिल्ली। किसानों पर किए गए मुकदमे की वापसी तक आंदोलन वापस नहीं होगा। किसान संगठनों के नेता सरकार की ओर से मुकदमा वापसी के लिए समयसीमा की घोषणा किए जाने के मामले को लेकर अड़े हुए हैं। किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि किसानों का आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार हमारी मांगों को स्वीकार नहीं कर लेती। अगर हम अपना आंदोलन वापस ले लेते हैं, तो इससे हमारे लिए समस्या पैदा हो जाएगी, क्योंकि सरकार हमारे ऊपर दर्ज मुकदमों को वापस नहीं लेगी। सरकार को मुकदमा वापस लेने के लिए समयसीमा की घोषणा करनी चाहिए।

एक साल से अधिक समय से चल रहा किसानों का आंदोलन अभी समाप्त नहीं होगा। किसान संगठनों ने कुछ संशोधनों के साथ सरकार के प्रस्ताव को वापस कर दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा की पांच सदस्यीय समिति के सदस्य अशोक धवले ने बुधवार को कहा कि हम सरकार की सराहना करते हैं कि वह बातचीत के लिए तैयार है और लिखित में कुछ दे रही है, लेकिन उसके प्रस्ताव में कुछ खामियां थीं।  इसलिए कल रात को ही हमलने इसे कुछ संशोधनों के साथ वापस भेज दिया है और उनकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा कर रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा की पांच सदस्यीय समिति के सदस्य अशोक धवले ने बुधवार को कहा कि सरकार की ओर से सैद्धांतिक तौर पर मुआवजे को मंजूरी दे दी गई है।  हमें पंजाब मॉडल जैसा कुछ ठोस चाहिए।  उन्होंने बिजली बिल को वापस लेने का भी वादा किया था, लेकिन अब वे हितधारकों के साथ इस पर चर्चा करना चाहते हैं और फिर इसे संसद में रखना चाहते हैं।  यह विरोधाभासी है।