ऐसी शिक्षा कोई महत्व नहीं रखती, जो अपने वृद्ध माता-पिता को वृद्धाश्रम भेज दें : राज्यपाल

ऐसी शिक्षा कोई महत्व नहीं रखती, जो अपने वृद्ध माता-पिता को वृद्धाश्रम भेज दें : राज्यपाल

लखनऊ सिटी। डॉ0 ए0पे0जे0 अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ का बीसवां दीक्षांत समारोह शनिवार को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। इस दौरान स्नातक के 92 तथा परास्नातक के 9 मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल प्रदान किये। जबकि 81 छात्र-छात्राओं की पी0एच0डी0 एवार्ड की गयी। इस अवसर पर 48000 छात्र-छात्राओं को प्रथम बार डिजीटल डिग्री प्रदान की गयी।

समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आप सभी जीवन में सत्य का आचरण करने का संकल्प लें और ‘सत्यमेव जयते‘ को अपना ध्येय वाक्य बनाए क्योंकि आचार-विचार एवं सोच बहुत मायने रखती है। राज्यपाल ने कहा कि आप कहीं भी कार्यरत हों ईमानदारी से कार्य करें और इसकी प्रेरणा अन्य लोगों को भी दें।

राज्यपाल ने कहा कि आप के माता-पिता आपके सबसे बड़़े आदर्श हैं, उन्हें  कभी भी नहीं भूलें, उन्होंने आपको इस लायक बनाया। उनके समर्पण को समझें और माता-पिता के सम्मान को हमेशा बनाये रखें।

वृद्धाश्रम भ्रमण का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने कहा कि ऐसी शिक्षा कोई महत्व नहीं रखती, जो अपने वृद्ध माता-पिता को वृद्धाश्रम भेज दें। डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं से संकल्प लेने का आवह्न किया और कहा कि हर हाल में अपने माता-पिता की सेवा करेंगे। कहा कि तकनीकी शिक्षा के अध्ययन में रोजगार एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। मुझे प्रसन्नता है कि विश्वविद्यालय का ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल सक्रिय रूप से औद्योगिक प्रतिष्ठानों से सामंजस्य स्थापित करते हुए रोजगार के अवसर उपलब्ध करा रहा है।