Guddu Muslim : … तो अब आखिरी कड़ी गुड्डू मुस्लिम भी नासिक से गिरफ्तार, अतीक की पत्नी कर सकती है सरेंडर

गुड्डू मुस्लिम ही अतीक का वो गुर्गा है, जिसने प्रयागराज में 24 फरवरी 2023 को सबसे पहले जब उमेशपाल अपने सरकारी गनर ...

 Guddu Muslim : … तो अब आखिरी कड़ी गुड्डू मुस्लिम भी नासिक से गिरफ्तार, अतीक की पत्नी कर सकती है सरेंडर

प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड के बमबाज गुड्डू मुस्लिम को गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि गुड्डू मुस्लिम की फाइनल लोकेशन ट्रेस हो गई और उसे नासिक से गिरफ्तार कर लिया गया। शुक्रवार को जब असद अहमद और शूटर गुलाम मोहम्मद का एनकाउंटर झांसी के पारीछा डैम के निकट बड़ागांव में हुआ था, उस वक्त गुड्डू मुस्लिम वहां से बच निकला था। उसके बाद खबरें आई थीं कि गुड्डू मुस्लिम राजस्थान के अजमेर में छिपा हैं, लेकिन बाद में यह भी खबरें आई हैं कि वो नासिक पहुंच गया था। उसकी तलाश में नासिक, औरंगाबाद और पुणे में भी शनिवार और रविवार सुबह छापेमारी की खबरें हैं। आज अतीक और अशरफ का पोस्टमार्टम चार डॉक्टर करेंगे। जिसको देखते हुए पोस्टमार्टम हाउस में सुरक्षा बढ़ाई गई।

कौन है गुड्डू मुस्लिम

गुड्डू मुस्लिम ही अतीक का वो गुर्गा है, जिसने प्रयागराज में 24 फरवरी 2023 को सबसे पहले जब उमेशपाल अपने सरकारी गनर के साथ घर के बाहर पहुंचा था तो बम फेंका था॰ जबकि असद, गुलाम समेत चार शूटरों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं। गुड्डू मुस्लिम ने ही उमेश पाल के घर की गली में भागते वक्त जो बम फेंका था, जिसमें सिपाही राघवेंद्र सिंह की मौत हो गई थी।

गुड्डू मुस्लिम को जिंदा पकड़ा जाए

गौरतलब है कि प्रयागराज शूटआउट केस में हमलावरों की गाड़ी के ड्राइवर, एक शूटर उस्मान को पहले ढेर किया गया था। उसके करीब एक माह बाद असद अहमद और बमबाज गुलाम झांसी के पारीछा डैम के निकट पुलिस मुठभेड़ में मारा गया है। हालांकि कहा जा रहा है कि पुलिस के आला अफसरों को ये कहा गया है कि गुड्डू मुस्लिम को जिंदा पकड़ा जाए। उसे प्रयागराज की जगह लखनऊ या कहीं और सुरक्षित लाया जाए ताकि प्रयागराज हत्याकांड के सुराग खोलने के साथ अतीक के पूरे साम्राज्य के अंदर की कुंडली को भी खोला जा सके। 

शाइस्ता परवीन कर सकती है सरेंडर

इसी बीच खबर आ रही है कि अतीत की पत्नी और उमेश पाल हत्याकांड की आरोपी शाइस्ता परवीन रविवार को सरेंडर कर सकती है। माना जा रहा है कि शाइस्ता अपने पति अतीक और देवर अशरफ के जनाजे में जरूर शामिल होगी। शाइस्ता अपने बेटे असद के जनाजे में टाइट सिक्योरिटी के कारण नहीं शामिल हो पाई थी। यहां तक कि वह अपने बेटे असद को आखिरी बार देख भी नहीं पाई थी। बता दें कि अतीक और अशरफ की हत्या के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के घर हाई लेवल मीटिंग जारी है। इसी बीच यूपी में अलर्ट जारी किया गया है. सीएम योगी का हर 2 घंटे में अधिकारियों को रिपोर्ट देने का निर्देश है। सीएम योगी ने प्रयागराज बैठक के अलावा अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं।

पाकिस्तान से कनेक्शन

पुलिस ने अतीक और अशरफ की जो रिमांड कॉपी कोर्ट में पेश की थी, उसमें माफिया के अंडरवर्ल्ड, आईएसआई और पाकिस्तान से कनेक्शन बताए थे। साथ ही ड्रोन से सीमा पर गिराए जाने वाले हथियारों की खरीदने की सनसनीखेज बातें सामने आई थीं। इसको लेकर हथियारों की बरामदगी को लेकर अतीक और अशरफ को कई जगह ले जाया गया था।

मां-बाप की कब्र के पैरों के नीचे दफन होगा अतीक

बता दें कि प्रयागराज के कसारी मसारी के कब्रिस्तान में कब्र खोदी जा रही है। यहीं शनिवार को अतीक के बेटे असद को कब्र में दफनाया गया था। आज अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को दफनाया जाएगा। असद को दफनाए जाने के बाद शनिवार की देर रात असद के पिता अतीक अहमद और चाचा अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। 

मीडिया के काफिले के साथ थे शूटर

पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि वो कब तक छोटे मोटे शूटर रहेंगे, बड़ा माफिया बनना चाहते थे इसलिए वारदात को अंजाम दिया। हालांकि पुलिस इनके बयानों को वेरीफाई कर रही है, क्योंकि तीनों आरोपी अलग-अलग बयान दे रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक दूसरी बार साबरमती जेल से जब अतीक और बरेली जेल से अशरफ को लाने की खबर मिली तो तीनों ने माफिया की हत्या का प्लान बनाया। जानकारी मिली है कि प्रयागराज से पहले से शूटर्स मीडिया के काफिले के साथ-साथ फॉलो कर रहे थे।

प्रेस का आईकार्ड लेकर करते थे फॉलो

अतीक अहमद और अशरफ को कोर्ट में पेशी से लेकर मेडिकल और जहां-जहां पुलिस जाती थी, ये शूटर्स गले में प्रेस का आईकार्ड और माइक कैमरा लेकर शूटर्स को फॉलो कर रहे थे। पुलिस की पूछताछ में हमलावरों ने बताया कि अतीक और अशरफ को मारकर ये अपना खौफ कायम करना चाहते थे। इतना ही नहीं अतीक अहमद और अशरफ की हत्या की प्लानिंग में इन तीनों शूटर्स के अलावा कुछ और भी लोग शामिल हैं।

प्वाइंट ब्लैंक रेंज से अतीक को गोली मारी 

अतीक अहमद को आरोपियों ने प्वाइंट ब्लैंक रेंज से गोली मारी है। हत्या में आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल हुआ  इसलिए एक साथ बर्स्ट फायर हुआ। हमलावर ये हथियार कहां से लाए इसकी जांच जारी है। शूटर्स ने टारगेट किलिंग की तरह मर्डर को अंजाम दिया है।

अतीक परिवार के लिए अशुभ रहा अप्रैल, सब कुछ हुआ खत्म

अतीक अहमद के परिवार के लिए अप्रैल का महीना अशुभ साबित हुआ। इसी महीने में अतीक का वर्चस्व छोड़िये सब कुछ खत्म हो गया। अतीक की हत्या के बाद अब उसके लिए कोई रोने वाला भी नहीं बचा। उसके दोनों बड़े बेटे जेल में है। तीसरे का एनकाउंटर हो गया। दोनों नाबालिग बेटे पुलिस की सुरक्षा में बाल सुधार गृह में हैं। पत्नी फरार है। अशरफ की पत्नी भी आरोपी होकर फरार हो गई थी। जो बहन पैरवी कर रही थी, वह भी फरार है।

अब कलेजे को ठंडक पहुंची है

असद के बाद अतीक व अशरफ के भी मारे जाने की सूचना पर मिलते ही शहीद सिपाही संदीप के परिजन खुशी से झूम उठे। शहीद सिपाही की मां समुद्रा देवी ने कहा कि अब कलेजे को ठंडक पहुंची है। आतंक का पर्याय बने अतीक व उसके भाई अशरफ भी मिट्टी में किल गए। संदीप के पिता संतराम निषाद ने कहा कि अब जा कर इंसाफ मिला है। बेटे की आत्मा को अब शांति मिल गई होगी। भाई प्रदीप का कहना था कि अभी जो भी बचे है उनका भी जल्द से जल्द खात्मा होना चाहिए। परिवार के साथ ही गांव के लोगों ने भी माफिया अतीक के अंत पर संतुष्टि जताया।