शिवराज ने नसरुल्लागंज में नई स्वास्थ्य सुविधाओं का किया ई लोकार्पण  

शिवराज ने नसरुल्लागंज में नई स्वास्थ्य सुविधाओं का किया ई लोकार्पण   

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सीहोर जिले के नसरुल्लागंज के 50 बिस्तर क्षमता के अस्पताल को 100 बिस्तर क्षमता के अस्पताल में अपग्रेड किया जाएगा। स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रदेश के छोटे नगरों और कस्बों में बड़े नगरों की तरह आवश्यक सुविधाएं विकसित की जाएंगी। चौहान आज सीहोर जिले के नसरुल्लागंज सिविल अस्पताल में 1 करोड़ 40 लाख की लागत से स्थापित ऑक्सीजन प्लांट और 80 लाख की लागत से बनाई गई पेथॉलॉजी का ई-लोकार्पण कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सिविल अस्पताल में 10 बेड के आईसीयू और मेटरनिटी विंग के लिए भूमि-पूजन भी किया। लोकार्पित कार्यों की लागत 2 करोड़ 20 लाख और भूमि-पूजन के कार्यों की लागत 12.13 करोड़ रूपये है। इस तरह कुल 14.33 करोड़ के कार्यों की सौगात नसरुल्लागंज वासियों को प्राप्त हुयी है। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी और सांसद रमाकांत भार्गव भी वर्चुअली सम्मलित हुए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रथम सुख निरोगी काया ही होता है। प्रत्येक व्यक्ति का प्रयास होना चाहिए कि वह अस्वस्थ न हो। यदि अस्वस्थ हो भी जाए तो समय पर उपचार की सुविधा मिल जाना चाहिए। मध्यप्रदेश सरकार ने कोरोना काल में दूसरी लहर के समय ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए भरसक प्रयास किए। जहां उपचार की व्यवस्था अपर्याप्त थी, वहाँ अस्थायी अस्पताल भी प्रारंभ किए गए। रोगियों को इलाज सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई गईं। नसरुल्लागंज में 300 लीटर क्षमता के ऑक्सीजन संयंत्र की व्यवस्था हो जाने से स्थानीय रोगियों को होशंगाबाद और भोपाल जाने की विवश्ता से मुक्ति मिलेगी।

श्री चौहान ने कहा कि छोटी-मोटी जांचों के लिए भी बाहर जाना होता था। अब लैब शुरु हो जाने से यह कार्य भी नसरुल्लागंज में हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिविल अस्पताल में विकसित सुविधाओं का लाभ आसपास के क्षेत्र के लोगों को भी प्राप्त होगा। प्रसव सुविधा के साथ ही ऑपरेशन की स्थिति में आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता भी होगी। उन्होंने बताया कि बुधनी शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन की स्थिति में आ गया है। ऐसा ही कार्य नसरुल्लागंज में होना चाहिए। कोरोना की नई लहर की आशंका को समाप्त करने में इससे सहयोग मिलेगा। उन्होंने आमजन से कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करने का अनुरोध भी किया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ चौधरी ने कहा कि मध्यप्रदेश का कोरोना कंट्रोल मॉडल पूरे देश में प्रशंसित हुआ है। दूसरी लहर के समय मुख्यमंत्री श्री चौहान ने देश के अन्य हिस्सों से लिक्विड ऑक्सीजन बुलवाकर नेतृत्व क्षमता प्रमाणित की। आज मध्यप्रदेश 2020 के प्रारंभ में शून्य प्लांट की स्थिति से 179 ऑक्सीजन प्लांट की स्थिति में आ गया है। विभिन्न मदों से व्यवस्था कर संयंत्रों को प्रारंभ करने का अभियान चल रहा है।

विदिशा-रायसेन संसदीय क्षेत्र के सांसद श्री भार्गव ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर नसरुल्लागंज में गुरुप्रसाद शर्मा सहित अनेक जन-प्रतिनिधि और अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मो सुलेमान और स्वास्थ्य आयुक्त आकाश त्रिपाठी ई-लोकार्पण कार्यक्रम में उपस्थित थे।