तुलसी पूजन दिवस पर रत्नगिरि सेवा संस्थान ने बढ़ाई सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत के प्रति जागरूकता

रत्नगिरि संसथान द्वारा भारतीय संस्कृति और प्रकृति के नाम "तुलसी जागरूकता अभियान" चलाया जिसमें संस्थान के सभी सदस्यों ने अपने अपने क्षेत्र में तुलसी के पौधे उपहार स्वरूप बांटे और जनमानस को तुलसी के पौधे के महत्व को......

तुलसी पूजन दिवस पर रत्नगिरि सेवा संस्थान ने बढ़ाई सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत के प्रति जागरूकता
तुलसी पूजन दिवस पर रत्नगिरि सेवा संस्थान ने बढ़ाई सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत के प्रति जागरूकता
तुलसी पूजन दिवस पर रत्नगिरि सेवा संस्थान ने बढ़ाई सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत के प्रति जागरूकता
तुलसी पूजन दिवस पर रत्नगिरि सेवा संस्थान ने बढ़ाई सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत के प्रति जागरूकता
तुलसी पूजन दिवस पर रत्नगिरि सेवा संस्थान ने बढ़ाई सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत के प्रति जागरूकता
तुलसी पूजन दिवस पर रत्नगिरि सेवा संस्थान ने बढ़ाई सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत के प्रति जागरूकता

फीचर्स डेस्क। 25 दिसंबर को जहां एक ओर क्रिसमस की धूम थी वही दूसरी ओर लोगो ने तुलसी पूजन दिवस भी जोर-शोर से मनाया। तुलसी का पौधा ना सिर्फ हमरो सांस्कृतिक विरासत है बल्कि कई औषधीय और वास्तु गुणों से भी परिपूर्ण है। इस वर्ष सोशल मीडिया के जरिये तुलसी पूजन दिवस पर जागरूकता अभियान चलाये जा रहे थे। रत्नगिरि सेवा संस्थान ने भी इसमें बढ़-चढ़ कर हिस्सेदारी निभाई। 

तुलसी जागरूकता अभियान

रत्नगिरि संसथान द्वारा भारतीय संस्कृति और प्रकृति के नाम "तुलसी जागरूकता अभियान" चलाया जिसमें संस्थान के सभी सदस्यों ने अपने अपने क्षेत्र में तुलसी के पौधे उपहार स्वरूप बांटे और जनमानस को तुलसी के पौधे के महत्व को समझाया। तुलसी के पौधे का वितरण खास तौर पर समाज सेवियों , घरेलू महिलाओं एवं विद्यार्थियों के बीच किया गया , जिसमें शक्ति बाजपेई संस्थापक, आलोक दीक्षित सचिव, देवेश अस्थाना प्रभारी ,नीतू आर्या महिला प्रभारी समेत संस्था के सक्रिय सदस्य अर्चना दीक्षित,स्वाति पाठक ,वर्षा दीक्षित,आकांक्षा अवस्थी आदि शामिल हुए। 

परम्पराओं और प्रकृति का संरक्षण है आवशयक 

रत्नगिरि सेवा संस्थान की संस्थापक शक्ति बाजपेई ने कहा कि हम सभी का भविष्य उज्जवल रहे इस के लिये हमारी संस्कृति और प्रकृति का संरक्षण अतिआवशयक है और हमारा संस्थान इसके लिए सदैव तत्पर है।