प्रधानमंत्री बोले, मुफ्त की रेवड़ियां बांटने का कल्चर खत्म हो , कांग्रेस नेताओं के काले कपड़े पर पीएम का तंज

प्रधानमंत्री बोले, मुफ्त की रेवड़ियां बांटने का कल्चर खत्म हो , कांग्रेस नेताओं के काले कपड़े पर पीएम का तंज

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। पीएम ने कहा कि 5 अगस्त को हमने देखा कि कैसे काला जादू फैलाने की कोशिश की गई। ये लोग सोचते हैं कि काले कपड़े पहनकर, उनकी निराशा का समय खत्म हो जाएगा, लेकिन उन्हें पता नहीं है कि वो कितनी ही झाड़-फूंक कर लें, कितना ही काला जादू कर लें, अंधविश्वास कर लें, जनता का विश्वास अब उन पर दोबारा कभी नहीं बन पाएगा।

प्रधानमंत्री ने पानीपत में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रिफाइनरी के इंडियन ऑयल 2जी इथेनॉल प्लांट का उद्घाटन किया। इसी दौरान उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा। कांग्रेस ने 5 अगस्त को महंगाई, जीएसटी और केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ संसद से सड़क तक प्रदर्शन किया था। सोनिया, प्रियंका और राहुल गांधी ने कांग्रेसी सांसदों के साथ काले कपड़े पहनकर जमकर नारेबाजी की थी।

प्रधानमंत्री बोले, मुफ्त की रेवड़ियां बांटने का कल्चर खत्म हो

नरेंद्र मोदी ने पॉलिटिक्स में फ्री में सारी सुविधाएं देने वाले कल्चर पर कहा कि अगर राजनीति में ही स्वार्थ होगा तो कोई भी आकर पेट्रोल-डीजल भी मुफ्त देने की घोषणा कर सकता है। ऐसे कदम हमारे बच्चों से उनका हक छीनेंगे, देश को आत्मनिर्भर बनने से रोकेंगे। ऐसी स्वार्थ भरी नीतियों से देश के ईमानदार टैक्स पेयर का बोझ भी बढ़ता ही जाएगा।

उन्होंने कहा कि अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए ऐसी घोषणाएं करने वाले कभी नई टेक्नोलॉजी पर निवेश नहीं करेंगे। वो किसान से झूठे वादे करेंगे, लेकिन किसानों की आय बढ़ाने के लिए इथेनॉल जैसे प्लांट कभी नहीं लगाएंगे।

राजनीति में शॉर्ट-कट से नहीं मिलता समाधान: प्रधानमंत्री मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि शॉर्ट-कट अपनाने से शॉर्ट-सर्किट जरूर होता है। शॉर्ट-कट पर चलने की बजाय हमारी सरकार समस्याओं के स्थाई समाधान में जुटी है। पराली की दिक्कतों के बारे में भी सालों से कितना कुछ कहा गया, लेकिन शॉर्ट-कट वाले इसका समाधान नहीं दे पाए।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कई लोगों में राजनीतिक स्वार्थ के लिए शॉर्ट-कट अपनाकर, समस्याओं को टाल देने की आदत होती है, वो समस्याओं का स्थाई समाधान नहीं कर सकते। शॉर्ट-कट अपनाने वालों को कुछ समय के लिए वाहवाही भले मिल जाए, राजनीतिक फायदा भले हो जाए, लेकिन समस्या कम नहीं होती।