रसमलाई खाने से एक व्यक्ति की मौत, 8 लोग बीमार अवस्था में अस्पताल में भर्ती

रसमलाई खाने से एक व्यक्ति की मौत, 8 लोग बीमार अवस्था में अस्पताल में भर्ती

लखनऊ। रक्षाबंधन के त्यौहार पर देशभर में मिठाईयों की खपत बढ़ जाती है। मार्केट में मिठाई की डिमांड अचानक से हाई हो जाती है। इस डिमांड को पूरा करने के लिए दुकानदार अक्सर मिलावट कर देते हैं। चंद फायदे के लिए की गई मिलावट कई बार जानला साबित हो जाती है। यह मिलावट कई बार त्योहारों की खुशियां गमों में बदल देती है। कुछ ऐसा ही मामला हुआ लखनऊ में। जहां रसमलाई खाने से परिवार में 1 व्यक्ति की मौत हो गई और 8 लोग बीमार अवस्था में अस्पताल में भर्ती हो गए। मामला लखनऊ का है, जहां रसमलाई खाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि एक ही परिवार के 8 लोग अस्पताल में भर्ती हो गए है। इसमें 2 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। मृतक (56) साल के राकेश कुमार गौड़ की मौत बलरामपुर अस्पताल में हुई। इसके अलावा 8 अन्य लोग अस्पताल में भर्ती किए गए। इस बीच रविवार देर रात मृतक की पत्नी राजरानी रानी की हालत भी बिगड़ी और उसे भी परिजन आलमबाग के निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। निजी अस्पताल ने मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया।

मायके में राखी बांधने आई थी रीता 

अयोध्या की रहने वाली रीता गौड़ रक्षाबंधन के मौके पर अपने मायके पारा थाना के चंद्रोदय नगर निवासी 50 वर्षीय चाचा राकेश कुमार गौड़ के घर आई थी। रीता ने रक्षाबंधन के लिए आलमबाग चौराहे की एक मिठाई की दुकान से रसमलाई खरीदी। इसके बाद वह राखी बांधने के लिए चाचा के घर गई। वहां चाचा राकेश, चाचा राजरानी, चचेरे भाई अमित और सुमित को राखी बांधकर व रसमलाई देकर कृष्णानगर अपने पिता राजकुमार गौड़ के घर गई। वहां भाई और पिता को राखी बांधकर लालकुंआ में मामा छोटेलाल के घर रसमलाई लेकर गई।

रसमलाई खाने से हुई मौत 

वही, दूसरी तरफ मिठाई खाने के बाद पिता राजकुमार गौड़, मां ज्ञानवती और मामा छोटेलाल की हालत भी बिगड़ी। सभी को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया। रसमलाई खाते ही चाचा, चाची और भाइयों की तबियत बिगड़ गई। हालत ज्यादा बिगड़ने पर परिजनों ने पड़ोसियों की मदद से तीनों को लेकर तड़के ही निजी अस्पताल पहुंचे। जहां पर एक को अस्पताल में इमरजेंसी से ही रेफर कर दिया। 35 वर्षीय सुमित को भर्ती कर इलाज करना शुरू किया। इस बीच गंभीर हालत में राकेश कुमार गौड़ को परिजन बलरामपुर अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। देर शाम उनकी पत्नी राजरानी की भी तबियत बिगड़ने पर परिजन उन्हें लेकर आलमबाग के उसी निजी अस्पताल पहुंचे।