जज्बे को सलाम : 62 साल की महिला ने कर दिखाया वो काम जो नहीं था आसान

गांव की महिला ने दिया बेरोजगारों को रोजगार।अशिक्षा को नहीं बनने दी अपनी कमजोरी कैसे?, पढ़े ये आर्टिकल।

जज्बे को सलाम : 62 साल की महिला ने कर दिखाया वो काम जो नहीं था आसान

फीचर्स डेस्क। कहते है कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नही होता। अगर दिल में हो जज्बा कुछ कर दिखाने का तो उम्र भी आपको रोक नहीं सकती। ये साबित करके दिखाया है बनासकांठा जिले की एक बुजुर्ग महिला नवलबेन ने। जहां कॉरॉना काल ने लोगो को नौकरियां छीनी लोगो के व्यवसाय धप्प हो गए वहीं अपना पेट भरने के लिए इन्होंने पशुपालन का व्यवसाय चुना और दूध बेचकर कमाए 2020 में करोड़ों रुपए। शुरू में नवलबेन के पास बहुत कम गाय और भैंस थी ।पर कहते है न कि किसी भी काम की शुरुआत करो तो रास्ता खुद ब खुद बन जाता है ।ऐसा ही इनके साथ हुआ और आज की डेट में इनके पास 80 भैंस और  45 गाय है । जिनसे इनको रोज 1000 लीटर दूध प्राप्त होता है।

नवलबेंन हर महीने लाखों रुपए कमा रही है साथ है गाव में अपनी खुद की डेयरी खोल कर कई लोगो को रोजगार भी दे रही है। ये स्वयं अशिक्षित है पर अपने चार बच्चो को अच्छी शिक्षा दी है और वो शहर में अच्छी नौकरी में कार्यरत है। सीखने कि कोई उम्र नहीं होती ये साबित कर दिखाया है नवलबेन ने।इनको  2 लक्ष्मी पुरूस्कार और 3 पादरी पुरस्कार गुजरात के मुख्यमंत्री द्वारा मिल चुके है। और आज ये आत्मनिर्भरता का जीवन जी रही है।इनके जज्बे को सलाम।