New Year Special : जानिये कौन सी हैं वो 5 आदतें जो बढाती है मेन्टल स्ट्रेस 2022 में उनको बदलने का लें प्रण

बेशक कोई भी काम हम हाथ में लें तो उसमे अपना बेस्ट देना चाहिए पर हर चीज़ में परफेक्शनिस्ट ऐटिटूड आपकी जिंदगी में फ़्रस्टेशन और आगे चल कर डिप्रेशन का कारण बन सकता है। इसलिए लाइफ में थोड़ा....

New Year Special : जानिये कौन सी हैं वो 5 आदतें जो बढाती है मेन्टल स्ट्रेस 2022 में उनको बदलने का लें प्रण

फीचर्स डेस्क। नया साल नयी उम्मीदें , नए सपने और नए मौके ले कर आ रहा है। ऐसे में  आपके पास मौका है अपनी बुरी आदतों को पीछे छोड़ कर आगे बढ़ने का। जाने-अनजाने हम कई बार ऐसी आदतों का शिकार हो जाते हैं जो ना सिर्फ हमारे शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। नए साल की शुरुवात आप इनमे से कुछ बुरी आदतों को छोड़ने के रेसोलुशन के साथ कर सकते हैं। सबसे पहले शुरुवात करनी होगी उन हैबिट्स को मार्क करने से तो आइये जानते हैं ऐसी कौन सी आदतें हैं जो जाने-अनजाने आपकी हेल्थ पर बुरा असर डालती हैं और उनको कैसे इम्प्रूव किया जा सकता है।

परफेक्शनिस्ट ऐटिटूड 

बेशक कोई भी काम हम हाथ में लें तो उसमे अपना बेस्ट देना चाहिए पर हर चीज़ में परफेक्शनिस्ट ऐटिटूड आपकी जिंदगी में फ़्रस्टेशन और आगे चल कर डिप्रेशन का कारण बन सकता है। इसलिए लाइफ में थोड़ा रिलैक्सिंग ऐटिटूड होना भी ज़रूरी है। जीवन के उतार-चढ़ाव दोनों को एन्जॉय करें और समय के साथ इम्प्रूव करें।

असफलता का हज़म ना कर पाना 

सफलता और असफलता एक ही सिक्के के दो पहलु हैं। दोनों को पॉजिटिव मैनेर में लेने की ज़रूरत है। सफल होने पर अत्यधिक एक्सकिटमेंट और फेलियर पर अत्यधिक नेगेटिविटी हमारी हेल्थ का बहुत अधिक नुक्सान करती है। इसलिए लाइफ में बैलेंस मेन्टेन कर के रखना सीखना चाहिए।

फिजिकल एक्टिविटी की कमी

आजकल के लाइफस्टाइल डिजीज के दौर में हर इंसान का फिजिकल एक्टिव रहना बहुत ज़रूरी है। जिससे वो मेंटली और फिजिकली फिट रह सके। आप योग ,वाक या रेगुलर एक्सरसाइज इनमे से कुछ भी चूज़ कर सकते हैं फिट रहने के लिए। नियमित एक्सरसाइज़ एंडोर्फिन और अन्य "फील गुड" हार्मोन्स रिलीज़ करते हैं जिस से आप तनाव मुक्त और खुश रहेंगे। साथ ही इम्युनिटी भी बढ़ेगी और रोग दूर रहेंगे।

सोशल मीडिया का ज़्यादा प्रयोग

सोशल मीडिया का अत्यधिक प्रयोग भी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है। माइंड इंस्टीट्यूट की रिसर्च के अनुसार सोशल मीडिया का बहुत ज्यादा प्रयोग युवाओं में एंग्ज़ाइटी बढ़ा रहा है और सेल्फ कॉन्फिडेंस को कम कर रहा है। इसलिए सोशल मीडिया के उपयोग की समय सीमा तय करने का समय आ गया है। इस साल इस पर चेक ज़रूर लगाएं। 

नींद की कमी 

युवाओ में लेट नाईट स्लीपिंग की एक ट्रेंड सा हो गया है। शायद ये  ज्यादा कूल है पर आप को बता दें कि आप की हेल्थ के लिए ये आदत बहुत ही अनकूल है। नींद शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मुख्य भूमिका निभाती है। एक या दो रात ठीक से ना सोने से आप उदास, गुस्सैल और एकाग्र होने में परेशानी महसूस कर सकते हैं, इन सबके अलावा खराब नींद की आदत आपके मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर डाल सकती है। लॉन्ग टर्म में ये ख़तरनाक बिमारियों को जन्म दे सकती है। इन 5 हैबिट्स को बदल कर आप अपनी मेन्टल हेल्थ काफी हद तक सुधर सकते हैं और जब मेंटली फिट होंगे तो फिजिकल बीमारियां भी आप को छू नहीं सकेंगी।

Image Source- Freepick