शिक्षक दिवस पर सभी गुरुजनों को कोटि-कोटि प्रणाम : रीना सिंगला

एक कुम्हार जैसे मिट्टी के बर्तन को दिशा देता है, वैसे ही टीचर्स हमारे जीवन को संवारते हैं।

शिक्षक दिवस पर सभी गुरुजनों को कोटि-कोटि प्रणाम : रीना सिंगला

नई दिल्ली। रीना सिंगला डायरेक्टर प्रिंसिपल ऋषिकुल कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन अम्बाला ने कहा कि शिक्षक दिवस पर मैं सबसे पहले अपने स्कूल और कॉलेज के सभी शिक्षकों को सेल्यूट करती हूं। हमारी संस्कृति में भी माता-पिता से भी ऊंचा दर्जा गुरु को दिया जाता है। एक तरफ जहां माता-पिता बच्चे को जन्म देते हैं तो शिक्षक उनके जीवन को आकार देते हैं। शिक्षक हमेशा हमें गाइड करते है, प्रेरणा देते हैं और समाज में हमें एक अच्छा नागरिक बनाते हैं। शिक्षक हमारे जीवन की नींव होते हैं। वे एक स्टूडेंट के लिए दूसरी मां की तरह होते हैं। शिक्षक उसके चरित्र को आकार देकर उज्वल भविष्य की नींव तैयार करता है। इसलिए हम चाहें कितने भी बड़े क्यों न होने जाए हमें अपने शिक्षकों को कभी नहीं भूलना चाहिए।

 सावित्रीबाई का लड़कियों की शिक्षा में अहम योगदान

 डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का मानना था कि देश में सर्वश्रेष्ठ दिमाग वाले लोगों को ही शिक्षक बनना चाहिए। शिक्षक वह नहीं जो विद्यार्थी के दिमाग में तथ्यों को जबरन ठूंसेबल्कि वास्तविक शिक्षक तो वह है जो उसे आने वाले कल की चुनौतियों के लिए तैयार करें। सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले को देश की पहली महिला शिक्षक के रूप में जाना जाता है। उन्होंने लड़कियों की शिक्षा में अहम योगदान दिया था। हर व्यक्ति के जीवन में उसके शिक्षक का सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है। इतना महत्वपूर्ण कि उसे भगवान का दर्जा दिया जाता है। यह दिन शिक्षकों के प्रति प्यार और सम्मान प्रकट करने का दिन होता है। शिक्षक हमारे जीवन से स्तंभ होते हैं। वह अपना समय देकर हमारे जीवन को संवारते हैं और आगे बढ़ाते हैं। शिक्षक ना सिर्फ हमें शिक्षा देते हैं बल्कि वह हमेशा हमें अच्छा इंसान बनाने की कोशिश करते रहते हैं। उनकी कही बातें ही हमारे जीवन का निखारती हैं। इस दिन देश के पहले उपराष्ट्रपति और महान शिक्षाविद डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिवस होता है जो एक शिक्षक थे। 1954 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

 टीचर्स हमारे जीवन को संवारते हैं

यकीन मानिए, हमें जीवन के हर मुश्किल और अच्छे मोड़ पर टीचर्स की सिखाई बातें याद आती रहेंगी। एक कुम्हार जैसे मिट्टी के बर्तन को दिशा देता हैवैसे ही टीचर्स हमारे जीवन को संवारते हैं। टीचर्स ही हमारी प्रेरणा के स्त्रोत हैं जो हमें हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। शिक्षक दिवस पर मैं आप सभी को इस दिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देती हूं।

रीना सिंगला, डायरेक्टर/प्रिंसिपल, ऋषिकुल कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन अम्बाला।