क्रिसमस स्पेशल पल्म केक में छुपे हैं कई हेल्थ बेनिफिट्स

क्रिसमस आते ही सभी को पल्म केक की याद सताने लगती है। पर क्या आप को पता है कि क्रिसमस पर पल्म केक ही क्यों खाया जाता है और इस केक के क्या क्या हेल्थ बेनिफिट्स हैं? आइये आप को रूबरू कराते हैं पल्म केक के यादगार सवाद में छुपे कई रोचक तथयों से

क्रिसमस स्पेशल पल्म केक में छुपे हैं कई हेल्थ बेनिफिट्स

फ़ीचर्स डेस्क   क्रिसमस आते ही सभी को पल्म केक की याद सताने लगती है। पर क्या आप को पता है कि क्रिसमस पर पल्म केक ही क्यों खाया जाता है और इस केक के क्या क्या हेल्थ बेनिफिट्स हैं? आइये आप को रूबरू कराते हैं पल्म केक के यादगार सवाद में छुपे कई रोचक तथयों से

पल्म केक की तयारी लगभग एक महीने पहले से शुरू कर दी जाती है. रम या ब्रांडी में अलग अलग तरह के नट्स और फ्रूट्स को भिगोया जाता है. जैसे जैसे नट्स और फ्रूट्स रम को अब्सॉर्ब करते हैं त्यौहार की उत्सुकता धीरे धीरे बढ़ती जाती है. इसके साथ ही क्रिसमस पर अलग अलग तरह की कूकीज , पाई और पेस्ट्रीज बनाई जाती है. पल्म केक में ज्यादातर लोग रम या ब्रांडी में भीगे मेवे डालना पसंद करते हैं, जबकि कुछ लोग बिना किसी अलकोहल के ही केक बेक करते हैं.

पल्म केक का इतिहास

पल्म केक की प्रथा की शरुआत मध्ययुगीन इंग्लैंड में हुई थी, यहां क्रिसमस आने के एक हफ्ते पहले से व्रत यानी फास्ट का पालन करने की एक लोकप्रिय परंपरा थी. प्रथा  के अनुसार, क्रिसमस की पूर्व संध्या पर एक तरह का दलिया पकाया जाता और इसे पेट भर खाया जाता था।  यह दलिया ओट्स, सूखे मेवे, मसाले, शहद और कभी-कभी मांस के साथ तैयार किया जाता, जिसे क्रिसमस पुडिंग भी कहा जाता था. धीरे-धीरे लोगों ने एक ही सामग्री का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया और क्रिसमस पर प्लम और अन्य सूखे फलों के साथ केक बनाए. इसी तरह क्रिसमस पर प्लम केक बनाने की परंपरा शुरू हुई। 

पल्म केक के फायदे 

पल्म केक को पारम्परिक तौर पर जिस तरह से बनाया जाता है उसके कई फायदे हैं।  स्पेशली इसमें जो सोकड फ्रूट्स और नट्स का प्रयोग किया जाता है वो इस केक के बेनिफिट्स को और बढ़ा देते हैं।  हलाकि सभी केक्स की तरह इसकी भी कैलोरिफिक वैल्यू हाई होती है तो इसका उपयोग लिमिटेड मात्रा में ही करना चाहिए। 

पल्म 

पल्म यानि आलू बुखारा जो इस केक का मेजर इंग्रेडिएंट है वो अपने आप में ही गुणों की खान है। इसमें बॉडी के लिए जरूरी पोषक तत्व जैसे मिनरल्स और विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।  ये डायट्री फाइबर से भी भरपूर होता है, जिसमें सार्बिटॉल और आईसेटिन प्रमुख हैं.फाइबर्स, शरीर के अंगों के सुचारू बनाते हैं और पाचन क्रिया को भी दुरूस्त करते हैं।  इसके साथ ही यह सौंदर्य बढ़ाने का भी काम करता है। 

ड्राई फ्रूट्स 

काजू , किशमिश , बादाम , अखरोट आदि का भी इस केक में भरपूर इस्तेमाल किया जाता है. इनसे शरीर को गर्मी, एनर्जी , हेल्दी फैट्स और कई तरह के मिनरल और विटामिन्स मिलते हैं. जो ठण्ड में इम्युनिटी भी बढ़ाते हैं और शरीर को अंदर से स्ट्रांग करते हैं। 

बनाना या एग्स

केला या अंडा का उपयोग केक में राइजिंग एजेंट के रूप में किया जाता है ये प्रोटीन, कैल्शियम और पोटैसियम का अच्छा स्रोत है।  आप एग या एग्ग्लेस जो सा भी केक पसंद करती हो पर फायदे तो दोनों में ही बराबर हैं। 

दालचीनी और कोको पॉउडर 

दालचीनी और कोको पॉउडर का उपयोग केक को फ्लेवर देने के लिए किया जाता है। दालचीनी  सर्दी जुखाम , पेट के  विकार और पीरियड रिलेटेड प्रोब्लेम्स को दूर करती है और वहीँ कोको पाउडर बॉडी में  सर्कुलेशन को मेन्टेन रखने में हेल्प करता है।  हैं ना मज़ेदार इनफार्मेशन टेस्ट का टेस्ट और हेल्थ की हेल्थ तो आप भी बेहिचक पल्म केक के मज़े लीजिये बस मात्रा को ध्यान में रख कर।