महिला सशक्तिकरण की पहल अपने ही घर से हो...

मजबूत इरादों और इच्छा शक्ति की बदौलत किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है...

महिला सशक्तिकरण की पहल अपने ही घर से हो...

फीचर्स डेस्क। वर्तमान समय में यह सच है कि नारी अपनी पूरी शक्ति के साथ चहुँ ओर विकास कर रही है । आज वह अपने आत्मविश्वास के बल पर समाज में अपनी पहचान बनाने में सक्षम हुई है। नारी को हर परिवार की धुरी माना जाता है फिर भी आज जिधर देखो उधर नारी सशक्तिकरण की आवाज़ और मुद्दों पर विचार किया जाता है, आवाज उठाई जाती है कि हर क्षेत्र में महिला को और अधिक सशक्त बनाया जाए जिससे कि समाज भी उन्नति करें।

महिलाओ के अधिकार हेतु सरकार द्वारा विभिन्न प्रयास किये जा रहे है, एवं महिलाएं भी अधिकारों के प्रति जागरूक हो रही है । परन्तु इस सबके वाबजूद स्थिति विपरीत बनी हुई है, महिलाओ के प्रति अपराधों में लगातार इजाफा हुआ है ।

महिलाओं के साथ जो शोषण, अमानवीय यातनाएं दुराचार, तेजाब फेंकना अन्य तरह के मामले रोकने में महिला सशक्तिकरण की दिशा में जो प्रयास किया उन पर प्रश्न चिह्न लगाते हैं पर आवश्यकता है कि हम महिला सशक्तिकरण शुरू करने की मुहिम अपने परिवार से करें। अपने बच्चों को महिला की इज्जत करना शुरू से ही सिखाए। हमें उनको सिखाने के लिए स्वयं आदर्श बनना होगा। मां, पत्नी, बहिन, और घर में मौजूद महिला को आदर के साथ बोले। महिलाओं को हम आगे लाएं, बेटियों को पढ़ाए और उदाहरण के रूप में वास्तव में महिला सशक्तिकरण की बात करें हर घर से महिला सशक्तिकरण का उदाहरण मुहिम की तरह हो फिर देखिए सशक्त महिला आप के घर की पहचान बनेगी, घर की शान बनेगी, देश की पहचान बनेगी और आएगा।सशक्त देश सामने आएगा।

रेनू शब्द मुखर, हिंदी विभागाध्यक्ष ज्ञानविहार स्कूल, प्रदेश कोऑर्डिनेटर संपर्क संस्थान, सह सचिवः राजस्थान लेखिका साहित्य संस्थान।