रोमांटिक कहानी, जासूसी और एक्शन फिल्मों के शौक़ीन हैं तो जरूर देखें ‘मिशन मजनू’

रोमांटिक कहानी, जासूसी और एक्शन फिल्मों के शौक़ीन हैं तो जरूर देखें ‘मिशन मजनू’

मुंबई। सिद्धार्थ मल्होत्रा की फिल्म ‘मिशन मजनू’ नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हो चुकी है। शेरशाह फिल्म के बाद जिस सिद्धार्थ मल्होत्रा को लोग भूल चुके थे, मिशन मजनू ने उसकी यादें फिर से ताजा कर दीं। सिद्धार्थ और रश्मिका की इस फिल्म का लोग बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे। एक ओर जहां सिद्दार्थ एक्शन हीरो के रोल में फीट बैठ रहे हैं, वहीँ रश्मिका दक्षिण भारतीय फिल्मों के बाद बॉलीवुड में अपनी नई पारी खेल रही हैं। फिल्म के ट्रेलर लांच के बाद से ही लोगों में इसे लेकर उत्सुकता हो रही थी। सभी को बस 20 जनवरी का ही इंतज़ार था।  

कहानी

वैसे तो बॉलीवुड में रॉ पर आधारित कई जासूसी फ़िल्में बनी हैं। लेकिन ‘मिशन मजनू’ उनसे एकदम अलग है। फिल्म की कहानी रॉ के जाबांज ऑफिसर अमनदीप सिंह उर्फ़ तारिक अली की है। वह पाकिस्तान के साथ 1971 की जंग से पहले देश के एक ज़रूरी और बड़े जासूसी मिशन पर तैनात है। अमनदीप देश के लिहाज से ज़रूरी सूचनाएं निकालने के लिए पाकिस्तान जाता है। वहां पहुँचने के साथ ही भारत का अमनदीप वहां तारिक अली बन जाता है। वह रोजी रोटी के लिए दर्जी और तमाम तरह के कई काम करते हुए पाकिस्तानी सेना के बड़े अफसरों के घरों में घुस जाता है। जहां से वह ज़रूरी सूचनाएं निकाल कर इंडिया भेजता है।  

फिल्म में एक ओर जहां देशभक्ति दिखाई गई है, वहीँ दूसरी ओर फिल्म में एक उम्दा लव स्टोरी भी है। तारिक एक अंधी पाकिस्तानी लड़की नसरीन को दिल दे बैठता है और उससे शादी भी कर लेता है। रॉ का जासूस दिल हार जाता है और वह असमंजस में फंस जाता है। एक ओर प्रेम तो दूसरी ओर देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी। वह जिस मिशन पर है, वह कितना खतरनाक है, ये आपको फिल्म देखने पर मालूम होगा।  हिन्दुस्तानी सिपाही अमनदीप तारिक बनकर दुश्मनों कई कैसे सफाया करता है, इसके लिए आपको नेटफ्लिक्स पर पूरी फिल्म देखनी पड़ेगी।

क्यों देखें

रॉ के जासूसी की अब तक ढेरों फ़िल्में बन चुकी हैं। इस फिल्म में आपको सिद्धार्थ मल्होत्रा के एक्शन के साथ ही रश्मिका की भी एक्टिंग लुभा सकती है। सिद्दार्थ को लोग शेरशाह के समय से पसंद करने लगे हैं। थैंक गॉड से लोगों को थोड़ी निराशा हाथ लगी थी, लेकिन इस कमी को मजनू का यह मिशन पूरा करेगा। रश्मिका मंदाना फिल्म में बेहद खुबसूरत दिखी हैं। उन्होंने एक अंधी लड़की नसरीन का किरदार निभाया है, जो बाद में तारिक से निकाह कर लेती है। रोमांटिक कहानी के साथ जासूसी और एक्शन फिल्मों के शौक़ीन हैं, तो ये फिल्म ज़रूर देखें।

कमजोरी

फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरी इसकी कहानी है। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के दर्शक ‘एक था टाइगर’, ‘राजी’ और ‘रॉ’ जैसी फ़िल्में पहले ही देख चुके हैं। कहानी में थोड़े नए पन की आवश्यकता थी। जो कि फिल्म को कमजोर बनाती है। दूसरी ओर इस टाइप के फिल्मों को ओटीटी का रुख न करके थिएटर में रिलीज़ कर कमाई के नए रिकॉर्ड्स कायम करना चाहिए था।  सिद्धार्थ ने इस फिल्म में एक्शन हीरो के तौर पर अच्छी एक्टिंग की है।  रश्मिका फिल्म खुबसूरत दिखी हैं। उनके पास करने को बहुत कुछ था।  लेकिन उनकी कहानी पाकिस्तान तक ही सीमित हो कर रह गई।  हालांकि रश्मिका को अभी बॉलीवुड और साउथ इंडस्ट्री में लम्बी पारी खेलनी है। उम्मीद है यह फिल्म ओटीटी प्लेटफार्म पर अच्छा बिज़नेस करेगी।