Happy Birthday :  शोले की सफलता के बाद अमिताभ बच्च्चन फिल्म इंडस्ट्री में सुपर स्टार के सिंहासन पर जा बैठे

वर्ष 1984 में अपने मित्र राजीव गांधी के आग्रह पर अमिताभ ने राजनीति में प्रवेश किया और इलाहाबाद से चुनाव लड़ा तथा सांसद के रूप मे चुन लिये गये। अमिताभ बच्चन को अधिक दिनों तक राजनीति रास नहीं आई और तीन वर्ष तक काम करने के बाद उन्होंने सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया। इसकी मुख्य वजह यह थी कि ....

Happy Birthday :  शोले की सफलता के बाद अमिताभ बच्च्चन फिल्म इंडस्ट्री में सुपर स्टार के सिंहासन पर जा बैठे

मुंबई। बॉलीवुड में अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के दिलों में राज करने वाले महानायक अमिताभ बच्चन आज 79 वर्ष के हो गये। 11 अक्टूबर 1942 को इलाहाबाद में जन्में अमिताभ बच्चन ने अपने करियर की शुरुआत कोलकत्ता में बतौर सुपरवाइजर की, जहां उन्हें 800 रुपये मासिक वेतन मिला करता था। वर्ष 1968 में कलकत्ता की नौकरी छोड़ने के बाद अमिताभ मुंबई आ गये। बचपन से ही अमिताभ बच्चन का झुकाव अभिनय की ओर था और दिलीप कुमार से प्रभावित रहने के कारण वह उन्हीं की तरह अभिनेता बनना चाहते थे। वर्ष 1969 में अमिताभ बच्चन को पहली बार ख्वाजा अहमद अब्बास की फिल्म सात हिंदुस्तानी मे काम करने का मौका मिला। लेकिन इस फिल्म के असफल होने के कारण वह दर्शकों के बीच कुछ खास पहचान नहीं बना पाये।

'जंजीर' अमिताभ बच्चन के सिने करियर की महत्वपूर्ण फिल्म साबित हुयी

वर्ष 1971 में अमिताभ बच्चन को राजेश खन्ना के साथ फिल्म आनंद में काम करने का मौका मिला। राजेश खन्ना जैसे सुपरस्टार के रहते हुये भी अमिताभ बच्चन दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में सफल रहे। इस फिल्म के लिये उन्हें सहायक अभिनेता का फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया। वर्ष 1973 में प्रदर्शित निर्माता प्रकाश मेहरा की फिल्म 'जंजीर' अमिताभ बच्चन के सिने करियर की महत्वपूर्ण फिल्म साबित हुयी। फिल्म की सफलता के बाद बतौर अभिनेता अमिताभ बच्चन फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गये। फिल्म जंजीर की सफलता के बाद अमिताभ बच्चन की गिनती अच्छे अभिनेता के रूप मे होने लगी और वह फिल्म उद्योग में एंग्री यंग मैन कहे जाने लगे। वर्ष 1973 में अमिताभ ने जया भादुड़ी से शादी कर ली।

मित्र राजीव गांधी के आग्रह पर अमिताभ ने राजनीति में प्रवेश किया

वर्ष 1975 में यश चोपड़ा के निर्देशन में बनी फिल्म दीवार ने अमिताभ बच्चन की पिछली सभी फिल्मों के रिकॉर्ड तोड़ दिये और शोले की सफलता के बाद तो उनके सामने सारे कलाकार फीके पड़ने लगे और अमिताभ बच्च्चन फिल्म इंडस्ट्री में सुपर स्टार के सिंहासन पर जा बैठे। वर्ष 1984 में अपने मित्र राजीव गांधी के आग्रह पर अमिताभ ने राजनीति में प्रवेश किया और इलाहाबाद से चुनाव लड़ा तथा सांसद के रूप मे चुन लिये गये। अमिताभ बच्चन को अधिक दिनों तक राजनीति रास नहीं आई और तीन वर्ष तक काम करने के बाद उन्होंने सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया। इसकी मुख्य वजह यह थी कि उनका नाम उस समय बोफोर्स घोटाले में खींचा जा रहा था। सासंद के पद से इस्तीफा देने के बाद अमिताभ बच्चन पुन: फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय हो गये ओर उन्होंने फिल्मों में अभिनय करना जारी रखा लेकिन 90 के दशक के आखिर में उनकी फिल्में असफल होने लगी जिसके बाद अमिताभ बच्चन ने 1997 तक अपने आप को अभिनय से अलग रखा।

टीवी प्रोग्राम कौन बनेगा करोड़पति से दर्शकों के चहेते बने

वर्ष 1997 में अमिताभ बच्चन ने फिल्म निर्माण के क्षेत्र में कदम रखा और एबीसीएल बैनर का निर्माण किया। इसके साथ ही अपने बैनर की निर्मित पहली फिल्म मृत्युदाता के जरिये अमिताभ बच्चन ने एक बार फिर से अभिनय करना शुरू किया। इसके बाद वर्ष 2000 मे ही टीवी प्रोग्राम कौन बनेगा करोड़पति में भी अमिताभ को काम करने का मौका मिला। कौन बनेगा करोड़पति की कामयाबी के बाद अमिताभ बच्चन एक बार फिर से दर्शकों के चहेते कलाकार बन गये।

मिस्टर नटवर लाल में मेरे पास आओ मेरे दोस्तों गीत गाया

अमिताभ बच्चन को उनके सिने करियर में मान-सम्मान खूब मिला। अमिताभ को आठ बार फिल्म फेयर पुरस्कार से नवाजा गया। अमिताभ बच्चन चार बार राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किये गये। अमिताभ को पद्मश्री, पद्मभूषण, पद्मविभूषण और दादा साहब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। अमिताभ बच्चन ने कई फिल्मों में गीत भी गाये है। उन्होंने सबसे पहले वर्ष 1979 मे प्रदर्शित फिल्म मिस्टर नटवर लाल में मेरे पास आओ मेरे दोस्तों गीत गाया था। अमिताभ की आने वाली फिल्मों में ब्रहास्त्र, झुंड, मेडे जैसी कई फिल्में शामिल हैं। अमिताभ इन दिनों टीवी पर केबीसी को होस्ट कर रहे हैं।