मेडिकल कॉलेज मिलने पर गाजीपुर को आयी मनोज सिन्हा की याद

मेडिकल कॉलेज मिलने पर गाजीपुर को आयी मनोज सिन्हा की याद

गाजीपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गाजीपुर में महर्षि विश्वामित्र राजकीय मेडिकल कॉलेज के वर्चुअल लोकार्पण के साथ ही यहां पूर्व सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा के प्रयासों की चर्चा होने लगी। दरअसल,29 दिसम्बर 2018 को इस मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास तत्कालीन सांसद व रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने आईटीआई मैदान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करवाया गया था। बड़े प्रोजेक्ट के धरातल में उतरने की समय सीमा को लेकर लोगों को संशय को दूर करते हुए मनोज सिन्हा ने मंच से कहा था कि मोदी सरकार ने कार्य संस्कृति बदल दी है। अब जो शिलान्यास करेगा, वही लोकार्पण करेगा।

सोमवार को मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण होते ही लोगों के दिलो दिमाग में एक बार पुनः मनोज सिन्हा छा गए। इसके साथ ही उनके द्वारा गाजीपुर को संवारने के लिए किए गए प्रयासों की चर्चा होने लगी। जिले को उच्चस्तरीय एवं बेहतर चिकित्सकीय सुविधा प्रदान करने के लिए नगर के आरटीआई मैदान के करीब 24 एकड़ में 220 करोड़ की लागत से राजकीय मेडिकल कॉलेज का निर्माण शुरू हुआ था। उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड आजमगढ़ की ईकाई को भवन निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। 220 करोड़ की लागत से 25 एकड़ में भवन निर्माण कार्य शुरू हुआ था। कोरोना संक्रमण काल के दौरान निर्माण कार्य की गति थोड़ी धीमी तो जरूर हुई लेकिन तय समय सीमा में सभी कार्य पूर्ण कर लिया गया। मेडिकल कॉलेज में प्रशासनिक कक्ष, लाइब्रेरी, एकेडमिक, कैफेटेरिया, लेक्चर हाल, आडिटोरियम के अलावा 100 छात्र-छात्राओं के लिए हास्टल नर्सेज हॉस्टल के अलावा डॉक्टरों के रहने के लिए 56 आवास, टाइप थ्री के 20, टाइप फोर के 20, टाइप फाइप के आठ आवास बनाने का कार्य भी पूर्ण हो चुका है। राजकीय मेडिकल कॉलेज के अधीन सीएमओ कार्यालय परिसर में बन रहे 300 बेड के अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया।